नरवाना में 51 फुट के रावण के पुतला धू-धूकर जला, बुराई की अच्छाई पर हुई जीत
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
श्राी रामा भारतीय कला केन्द्र के तत्वाधान में हुडा ग्राउंड में पिछले दस दिनों से चल रामलीला का विधिवत समापन हुआ। रामलीला के आज के प्रसंग का शुभारम्भ डॉ. विष्णु दत्त शर्मा ठेकेदार व कांग्रेस नेत्री विद्यारानी दनौदा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। धींगडा ग्रुप द्वारा राधा कृष्ण की सुन्दर झांकी निकाली गई। रामलीला के प्रकरणों में सबसे पहले कुम्भकरण को नींद से जगाना, राम-कुम्भकरण युद्ध, लक्ष्मण-मेघनाथ का मायावी युद्ध, मेघनाथ का मरना, अहिरावण द्वारा राम-लक्ष्मण को पाताल लोक ले जाना, हनुमान का संकटमोचक बनना इत्यादि थे। लक्ष्मण-मेघनाद मायावी युद्ध विशेष रहा। रामलीला कमेटी ने इस दृश्य के लिए स्पेशल इफेक्ट्स का प्रबंध किया था। मेघनाद ने आकाश मार्ग से प्रतिपक्ष को ललकारते हुए कहा कहं कोसलीस द्वौ भ्राता, धन्वी सकल लोक बिख्याता। कहं नल नील दुबिद सुग्रीवा, अंगद हनूमंत बल सींवा। लक्ष्मण बाण से प्रहार करके पहले मेघनाद की मायावी शक्ति और फिर प्राण हर लेते है। प्रवक्ता अचल मित्तल ने बताया रामा भारती कला केन्द्र के द्वारा फिर 51 फुट ऊँचे रावण के पुतले का दहन किया गया। शहरवासियों ने रावण के पुतले को जलते हुए देख हर्ष का व्यक्त किया। इस अवसर पर लक्ष्मण देव आर्य, भारतभूषण गर्ग, अचल मित्तल, कुलदीप बडनपुर, अशोक बंसल, श्याम शर्मा, मुकेश, रामनिवास जैन, प्रेम अरोडा, देवेन्द्र सिंगला आदि लोग मौजूद रहे।