चंडीगढ़ में क्लबो के बाहर ब्लास्ट के आरोपी चढ़े पुलिस के हथे ,जानिए कैसे आए काबू
सत्य खबर, चंडीगढ़।
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले 2 आरोपियों का शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हिसार में एनकाउंटर कर दिया। हिसार के खरड़ गांव के रहने वाले अजीत और देवा गांव के विनय के पैर में गोलियां लगी हैं। दोनों कबड्डी प्लेयर हैं।
पुलिस के मुताबिक आरोपी चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने के बाद बाइक से हरियाणा में एंट्री कर गए और हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे। यहां दोनों ने बाइक छिपा दी और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गए।
दोनों हिसार के बरवाला स्थित बाडोपट्टी टोल पर पहुंचे। यहां से उन्होंने सोनू नाम के युवक से बाइक पर लिफ्ट ली। फिर अपने-अपने गांव पहुंच गए।
चंडीगढ़ पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों के पीछे लगी हुई थीं। पुलिस ने चंडीगढ़ और बरवाला के बीच करीब 500 CCTV फुटेज खंगाली। पुलिस ने बाडोपट्टी टोल पर CCTV चेक किए तो आरोपी बस से उतरते दिखे। पुलिस को CCTV में सोनू की बाइक भी दिखी। बाइक के नंबर से पुलिस सोनू तक पहुंची। सोनू ने पुलिस को दोनों आरोपियों के बारे में बताया।
चंडीगढ़ पुलिस ने STF को इसकी सूचना दी। साथ ही आरोपियों के फोटो शेयर कर दिए। चंडीगढ़ पुलिस और हिसार STF दोनों को हिसार में ढूंढ रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि दोनों आरोपी हिसार के साउथ बाइपास पर पीरावाली गांव के पास हैं। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा। उनके पास ऑटोमैटिक पिस्टल थी।
इन्होंने पुलिस से बचने के लिए 6-7 राउंड फायरिंग की। 2 पुलिसवालों को गोलियां लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से वे बच गए। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतविंदर सिंह ने एक आरोपी के पैर में गोली मारी। तभी सब इंस्पेक्टर (SI) नीरज ने भी दूसरे आरोपी के पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। जिसके बाद दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से 32 बोर और 9 एमएम की पिस्टल बरामद हुई। जिसके बाद दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया और हिसार सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।