Jalandhar में हिंदू संगठनों का विरोध, बांगलादेश सरकार के खिलाफ कड़ी नारेबाजी
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Jalandhar: बांगलादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार अत्याचारों के खिलाफ आज जलंधर में एक उग्र मार्च निकाला गया। इस मार्च में विभिन्न हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और विरोध में अपनी आवाज़ उठाई। मार्च का आयोजन श्रीराम चौक से जलंधर जिला कलेक्ट्रेट (DC ऑफिस) तक किया गया, जो लगभग पांच किलोमीटर लंबा था। इस मार्च के दौरान हिंदू नेताओं में गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था, और उनकी आवाज़ में बांगलादेश सरकार के खिलाफ कड़ी निंदा भी थी।
उग्र मार्च में गुस्से का इज़हार
जलंधर में बांगलादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरोध में आयोजित इस मार्च में हजारों लोग जुटे। इसमें मुख्य रूप से बजरंग दल, शिव सेना, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए। मार्च में भाग लेने वाले लोगों ने बांगलादेश के नेताओं की पुतलियां फूंकी और वहां हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों के खिलाफ नारे लगाए।
मार्च का आयोजन श्रीराम चौक से किया गया, जहां से बड़ी संख्या में लोग हाथों में तख्तियां, बैनर और अन्य प्रदर्शनों के साथ जलंधर के कलेक्ट्रेट तक पहुंचे। इस दौरान जगह-जगह पर मुस्लिम बहुल बांगलादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों के विरोध में पोस्टर और बैनर भी लगाए गए थे।
बांगलादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ अत्याचारों का मुद्दा
बांगलादेश में हिंदू समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं, और हाल के दिनों में इन घटनाओं में और भी वृद्धि हुई है। हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, हिंदू महिलाओं के खिलाफ हिंसा की जा रही है, और उनके घरों और संपत्तियों पर हमले किए जा रहे हैं। इन घटनाओं के खिलाफ भारत के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और जलंधर का यह मार्च इसी विरोध का हिस्सा है।
यह मार्च बांगलादेश सरकार से हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने और उन्हें सुरक्षा देने की मांग करने के लिए था। हिंदू नेताओं का कहना है कि बांगलादेश में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, लेकिन वहां की सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा और अधिकारों की अनदेखी की जा रही है।
हिंदू संगठनों का गुस्सा और चेतावनी
मार्च के दौरान, हिंदू नेताओं ने बांगलादेश सरकार से यह मांग की कि वह हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों को तुरंत रोकें और उन्हें न्याय प्रदान करें। आयोजकों का कहना था कि अगर बांगलादेश सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो भारत सरकार को इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाना चाहिए और बांगलादेश पर दबाव बनाना चाहिए।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस मार्च के दौरान बांगलादेश सरकार और उसके नेताओं के खिलाफ कड़ी नारेबाजी की। शिव सेना और भारतीय जनता पार्टी के नेता भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए और उन्होंने बांगलादेश सरकार के खिलाफ तीखे बयान दिए। उनका कहना था कि अगर बांगलादेश सरकार हिंदू समुदाय की रक्षा नहीं कर सकती, तो उसे अंतरराष्ट्रीय दबाव के तहत यह जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
जलंधर डीसी को सौंपा गया ज्ञापन
मार्च के अंत में, प्रदर्शनकारियों ने जलंधर के जिला कलेक्टर (DC) के कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बांगलादेश में हो रहे हिंदू विरोधी अत्याचारों की कड़ी निंदा की गई और सरकार से इस पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि भारत सरकार को बांगलादेश सरकार से इस मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हिंदू समुदाय को वहां सुरक्षा मिले।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि अगर बांगलादेश सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो भारत सरकार को बांगलादेश के खिलाफ कूटनीतिक और आर्थिक कदम उठाने पर विचार करना चाहिए।
जलंधर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मार्च के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कड़े कदम उठाए थे। पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को जगह-जगह तैनात किया गया था, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। प्रदर्शनकारियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति दी गई, लेकिन किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई थी।
डीसी कार्यालय के पास पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को सड़क से दूर रखा। हालांकि, प्रदर्शनकारियों की भीड़ बड़ी थी, और उन्हें सुरक्षा के बीच ज्ञापन सौंपने के लिए कार्यालय तक ले जाया गया।
आगे की योजना
इस विरोध मार्च के बाद, हिंदू संगठनों ने घोषणा की है कि अगर बांगलादेश सरकार ने हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को तुरंत नहीं रोका, तो वे भविष्य में और बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, इन संगठनों ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की योजना बना रहे हैं और सरकार से अपील करेंगे कि वह बांगलादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर कड़ी कार्रवाई करे।
जलंधर में निकाला गया यह उग्र मार्च बांगलादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक मजबूत संदेश था। इसने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इस मुद्दे को उठाया है। हिंदू संगठनों का कहना है कि वे अपने समुदाय की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि बांगलादेश में हिंदू समाज को सुरक्षित जीवन मिले। इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट है कि अगर बांगलादेश सरकार ने अपनी नीति में बदलाव नहीं किया, तो भारत में इसके खिलाफ और भी बड़े विरोध होंगे।