Delhi Elections 2025: अरविंद केजरीवाल ने BJP पर चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया
Delhi Elections 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार (29 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनाव के नाम पर एक खेल चल रहा है और इस बार भाजपा किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने के लिए तैयार है। अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव आयोग को वोट काटने के लिए आवेदन दिए हैं।
BJP ने अपनाई हरियाणा और महाराष्ट्र की रणनीति
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा दिल्ली चुनाव में हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अपनाई गई रणनीति को लागू कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नए नामों को मतदाता सूची में जोड़ने के साथ-साथ कुछ नामों को हटा रही है, ताकि चुनाव में धांधली की जा सके।
‘चुनाव जीतने के लिए साजिश कर रही है BJP’
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “भाजपा के पास दिल्ली के लोगों के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है। भाजपा के पास न तो अच्छे उम्मीदवार हैं, न ही कोई विचारधारा। भाजपा चुनाव जीतने के लिए धोखाधड़ी का सहारा ले रही है। हम उन्हें दिल्ली में वही तरीका अपनाने नहीं देंगे, जैसा इन लोगों ने महाराष्ट्र और हरियाणा में किया था।”
12% वोटों को स्थानांतरित करने की साजिश
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा 15 दिसंबर से दिल्ली में चुनावी धोखाधड़ी कर रही है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने न्यू दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में करीब 5,000 आवेदन मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए दिए हैं, जबकि 7,500 आवेदन वोट जोड़ने के लिए दिए गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया, “अगर यहां 12% वोटों को इधर-उधर कर दिया जाए, तो चुनाव कराने का क्या मतलब रह जाता है? इस तरह के चुनावों की कोई आवश्यकता नहीं है।”
‘बीजेपी ने दिल्ली में हार मान ली है’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली में चुनावी लड़ाई में हार मान ली है। उनके पास न तो कोई विजन है, न ही उम्मीदवारों की एक अच्छी टीम है। उनके चुनावी हथकंडों से स्पष्ट है कि वे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कोई भी गलत तरीका अपनाने के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली विधानसभा में भी BJP लोगों के वोट कटवा कर चुनाव जीतना चाहती है। @ArvindKejriwal जी और CM @AtishiAAP कर रहे हैं एक और बड़ा ख़ुलासा l LIVE https://t.co/P8Dx3qPn2Q
— AAP (@AamAadmiParty) December 29, 2024
न्यू दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में अचानक आए 10,000 नए वोटर
अरविंद केजरीवाल ने एक और सवाल उठाया कि “न्यू दिल्ली विधानसभा में अचानक से 10,000 नए वोटर कहां से आ गए?” उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी साजिश है, जिसके तहत भाजपा ने हरियाणा से लोगों को दिल्ली में लाकर उन्हें वोट डालने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह इस मामले की गंभीरता से जांच करें।
चुनाव आयोग पर सवाल: वोट हटाने की प्रक्रिया में गड़बड़ी
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए और कहा कि जब न्यू दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 1,00,600 वोटर्स हैं, तो यदि 12% वोट ग़लत पाए जाते हैं, तो यह चुनाव आयोग पर बड़ा सवाल उठाता है। उन्होंने कहा, “10 लोग वोट हटाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, जिनमें से आठ लोग अपनी पुराने पते पर ही रहते हैं। अगर 2 प्रतिशत से ज्यादा वोटों को हटाने की प्रक्रिया है, तो इसे BLO (Booth Level Officer) के बजाय ERO (Electoral Registration Officer) द्वारा चेक किया जाना चाहिए।”
‘चुनाव अधिकारियों को दबाव में गलत काम नहीं करने चाहिए’
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों से अपील की कि वे दबाव में आकर गलत काम न करें। उन्होंने कहा, “मैं चुनाव अधिकारियों से यह कहना चाहता हूं कि आप गलत आवेदनों पर हस्ताक्षर न करें। चुनाव के बाद, फाइल यहां रहेगी, और जब सत्ता बदलने के बाद यह सब सामने आएगा, तो जिन लोगों ने आपको गलत करने के लिए कहा, वे सब भाग जाएंगे।”
‘पैसे बांटे जा रहे हैं’
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से कहा, “मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि एक भी वोट न कटे। भाजपा बहुत पैसा बांट रही है, नकद वितरित किया जा रहा है।” इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा दिल्ली में चुनाव जीतने के लिए तीन बड़े कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि ये तीन कदम हैं:
- वोटों को हटाना: भाजपा वोटरों के नाम हटाने के लिए आवेदन कर रही है।
- फर्जी वोटरों का जोड़ा जाना: भाजपा फर्जी वोटरों को जोड़ रही है, ताकि वे चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत कर सकें।
- वोट खरीदना: भाजपा वोटरों को पैसे के जरिए खरीदने का प्रयास कर रही है।
एक गंभीर आरोप
अरविंद केजरीवाल का यह बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर काफी अहम है। उन्होंने भाजपा पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की गंभीर साजिश का आरोप लगाया है। यह आरोप चुनाव आयोग और अधिकारियों के लिए एक चुनौती हो सकता है, क्योंकि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना बेहद जरूरी है।
अब देखना होगा कि इस आरोप के बाद चुनाव आयोग क्या कदम उठाता है और भाजपा इन आरोपों का किस प्रकार जवाब देती है। दिल्ली चुनावी संघर्ष को लेकर यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।