भारत में HMPV वायरस के मामले, तमिलनाडु में दो नए संक्रमणों की पुष्टि
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चीन में HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) वायरस के कुछ मामलों के सामने आने के बाद, अब यह वायरस भारत में भी दस्तक दे चुका है। हाल ही में तमिलनाडु में इस वायरस के दो मामलों की पुष्टि हुई है। ये मामले चेन्नई और सलेम से सामने आए हैं। तमिलनाडु स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इन मामलों की पुष्टि की है। उनके अनुसार, दोनों संक्रमित मरीजों की हालत वर्तमान में स्थिर है।
तमिलनाडु सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। यह पहले से ही प्रचलित एक वायरस है, जिसे वर्ष 2001 में पहचाना गया था। यह संक्रमण खुद ही सीमित होता है और पर्याप्त आराम, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और उचित देखभाल से ठीक हो जाता है।
तमिलनाडु में HMPV के 2 मामले सामने आए
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, HMPV का इलाज लक्षणों और सहायक देखभाल पर आधारित है। वर्तमान में, तमिलनाडु में HMPV के दो मामलों की पुष्टि हुई है। ये मामले चेन्नई और सलेम से हैं। दोनों संक्रमित मरीजों की स्थिति स्थिर है और उनकी निगरानी की जा रही है।
Important Press Release: – Human Metapneumovirus (HMPV) is NOT a new virus and was first identified in 2001 as per @MoHFW_INDIA and @TNDPHPM it surges in winter months. Infections are mild, self-limiting, and manageable with rest and hydration and symptomatic care by experts.… pic.twitter.com/LbV22KQ5Fh
— Supriya Sahu IAS (@supriyasahuias) January 6, 2025
विज्ञप्ति में यह भी बताया गया कि तमिलनाडु में सामान्य श्वसन वायरस संक्रमणों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है। 6 जनवरी, 2025 को भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें देश भर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया। तमिलनाडु के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया।
भारत में अब तक HMPV के 5 मामले सामने आए
अब तक भारत में HMPV वायरस के कुल 5 मामले सामने आए हैं। इनमें से दो मामले बेंगलुरु, कर्नाटक से और एक मामला गुजरात से है। तमिलनाडु के दो नए मामलों के साथ, कुल संक्रमितों की संख्या पांच हो गई है।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) एक श्वसन संक्रमण वायरस है, जो लोगों के फेफड़ों और श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह वायरस 2001 में खोजा गया था और यह सामान्य श्वसन संक्रमणों में से एक है। यह वायरस सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन ज्यादातर यह बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों पर ज्यादा प्रभाव डालता है।
HMPV के लक्षण
HMPV संक्रमण के लक्षण सामान्य श्वसन संक्रमणों जैसे होते हैं। इनमें शामिल हैं:
- बुखार
- खांसी
- गले में खराश
- नाक बहना
- सांस लेने में कठिनाई
- थकावट
HMPV का इलाज और रोकथाम
HMPV संक्रमण का कोई विशेष इलाज नहीं है। इसका इलाज लक्षणों पर आधारित होता है। मरीजों को आराम करने, तरल पदार्थ लेने और बुखार या दर्द के लिए सामान्य दवाएं लेने की सलाह दी जाती है।
रोकथाम के उपाय:
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
- नियमित रूप से हाथ धोएं।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें।
- लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
भारत में स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
भारत सरकार और सभी राज्य सरकारें HMPV वायरस की स्थिति पर नजर रख रही हैं। तमिलनाडु सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि HMPV वायरस नियंत्रण में है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि वे सामान्य श्वसन संक्रमणों से बचाव के उपायों का पालन करें।
तमिलनाडु सरकार की सक्रियता
तमिलनाडु सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य में श्वसन संक्रमणों की सतत निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि HMPV वायरस के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है।
HMPV वायरस कोई नया खतरा नहीं है। यह एक जाना-पहचाना श्वसन संक्रमण वायरस है, जो सामान्य सावधानियों और देखभाल से ठीक हो सकता है। तमिलनाडु में मिले नए मामलों के बावजूद, स्थिति नियंत्रण में है। सरकारें और स्वास्थ्य विभाग इस वायरस पर सतर्क निगरानी बनाए हुए हैं। आम जनता को चाहिए कि वे घबराने के बजाय सावधानी बरतें और संक्रमण से बचाव के उपाय अपनाएं।