भाजपा में निकाय चुनावों में टिकट वितरण को लेकर मचा घमासान, बैठक छोड़ मंत्रीगण निकले बाहर: सूत्रः
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नई दिल्ली,सतीश भारद्वाज: निकाय चुनाव में नगर निगम टिकट वितरण को लेकर घमासान मचा हुआ है। सूत्रों से जानकारी मिली है की बैठक से नाराज होकर एक कैबिनेट मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बैठक बीच में छोड़कर बाहर गए।
दिल्ली के हरियाणा भवन में नगर निगम मेयर पद की टिकट को लेकर दो दिन से लगातार बैठक चल रही थी बैठक की अध्यक्षता हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कर रहे थे बैठक में नेताओं के बीच कई बार गर्म गर्मी भी हुई और फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोदी सरकार में मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर कई बार बैठक से नाराज होकर बाहर निकले, वही गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह बैठक में सभी नेताओं को यह कहकर की मानेसर नगर निगम और गुरुग्राम नगर निगम दोनों मेयर के पद मुझे चाहिए क्योंकि मैं गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र का सांसद हूं और विधान सभा चुनाव में भी जिसको मैंने टिकट दिलवाई सभी जीत कर आए सांसद होने के नाते मेरा हक बनता है कि मेरे क्षेत्र में नगर निगम चुनाव की मेयर पद की टिकट मेरे अनुसार वितरण हो इतना कहते ही बैठक में बैठे कई नेता एक दूसरे की तरफ तक करने लगे हरियाणा के एक कैबिनेट मंत्री जब बैठक में पहुंचे तो उनसे केंद्र के एक मंत्री खफा हो गए क्योंकि बैठक में चुनाव कमेटी के सदस्य ही शामिल हो सकते हैं।
राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा फैसला
2 दिन से चली बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मांग को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष रखने की बात कही।
चुनाव कमेटी में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर फरीदाबाद के सांसद मोदी सरकार में मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर गुरुग्राम के सांसद हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बडौली गुरुग्राम के जिला अध्यक्ष कमल यादव पटौदी विधानसभा के पूर्व विधायक सत्य प्रकाश जरावता, हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा पूर्व, मंत्री अरविंद शर्मा, फरीदाबाद से विधायक मूलचंद शर्मा,पलवल से गौतम शर्मा सहित कई नेता शामिल हुए बताया जा रहा है।
बैठक में जहां कई नेताओं में गर्म गर्मी
बैठक में जहां कई नेताओं में जबरदस्त नोंक-झोंक हुई वहीं अपने-अपने समर्थकों के लिए पार्षद और मेयर पद के लिए टिकट मांगी गई मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी मांग रखते हुए अपने समर्थकों के लिए टिकट देने को कहा वही कुछ नाम ऐसे बैठक में लिए गए जिससे बैठक में आपस में बात नहीं बन पाई फरीदाबाद के लिए कई नाम रखे गए लेकिन मोदी सरकार में मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने विरोध किया यहां तक की अगर संसद के कहने पर टिकट नहीं दी गई तो वह उसे व्यक्ति की मदद नहीं करेंगे जिसको टिकट दी जाएगी इसी प्रकार का हाल गुरुग्राम लोकसभा में भी हो सकता है पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने भी राव इंद्रजीत सिंह का समर्थन करते हुए कहा की राव ने जो कहा वही किया और अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव के बाद छोटी सरकार के चुनाव होने जा रहे हैं और इन चुनाव में राव जिसकी तरफ इशारा करेगा वही छोटी सरकार का वजीर होगा पार्टी को भी सोचना चाहिए।एक पूर्व विधायक ने अपने समर्थन के लिए टिकट की बात रखी और मनोहर लाल ने भी सारे इशारे में पूर्व विधायक का समर्थन करने का प्रयास किया है मगर दक्षिणी हरियाणा में जो राव का कद है किसी और नेता का नहीं है।
राव की मांग पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व कर रहा है विचार।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व को भी राव के कद की जानकारी है विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से राव के समर्थकों ने भाजपा को शिखर तक पहुंचा है और राव ने जो वायदे भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को किए थे विधानसभा चुनाव में वह पूरे हुए हैं और कार्यकर्ताओं के बल पर ही मानेसर गुरुग्राम नगर निगम मेयर पद के लिए राव अपने समर्थकों के लिए टिकट की दावेदारी जाता रहे हैं।
देखना यह है कि भाजपा राष्ट्रीय नेता का राव की मांग पर कितना विचार करता है क्योंकि टिकट वितरण का समय नजदीक है नॉमिनेशन का कुछ ही समय बचा है।
वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि शुक्रवार को एक बार फिर से बैठक हो सकती है, जिसमें टिकटों घोषणा होने की संभावना जताई जा रही है। मेयर और पार्षदों की टिकट की लगभग सूची बन गई है मात्र कुछ टिकटोक पर विचार विमर्श होना बाकी है सभी सांसद और विधायकों का सुझाव लिया गया है और सुझाव केंद्रीय नेतृत्व को अंतिम मोहर के लिए भेज दिया गया है।