Haryana State Song: हरियाणा का राज्य गीत बनकर हुआ तैयार, 21 लाइनों में कुरुक्षेत्र की धरती समेत किसानों और खिलाड़ियों का जिक्र
हरियाणा में 7 मार्च से शुरू होने वाले बजट विधानसभा के बजट सत्र में राज्य गीत मिलने वाला है। 'जय जय जय हरियाणा' गीत में हरियाणवी संस्कृति के बारे में बताया गया है।

Haryana State Song: हरियाणा में 7 मार्च से शुरू होने वाले बजट विधानसभा के बजट सत्र में राज्य गीत मिलने वाला है। ‘जय जय जय हरियाणा’ गीत में हरियाणवी संस्कृति के बारे में बताया गया है। 21 लाइनों में किसानों, धरती, खिलाड़ियों, सैनिकों और दूध दही के खाने का जिक्र किया गया है।
इस गीत को पानीपत के डॉ. बालकिशन शर्मा ने लिखा है। डॉ. श्याम शर्मा गायक, पारस चोपड़ा कम्पोजर और रोहतक की मालविका पंडित ने डायरेक्ट किया है। विधानसभा कमेटी ने इस गीत को फाइनल कर दिया है।
यह है हरियाणा का राज्य गीत
जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा
पावन धरती वेदों की, जहां हुआ हरि का आणा।
जय जय जय हरियाणा…..
गीता ज्ञान धरोहर इसकी, महाभारत इतिहास
मुकुट शिवालिक आधार अरावली, यमुना बहती पास
मौज मनावें, कातक न्हावें, पूरी मन की आस
सरस्वती के अमृत रस का, यहीं सदा है वास
सादा जीवन सादा बाणा, दूध दही का खाणा।
जय जय जय हरियाणा …..
छैल छबीले मर्द निराले, सुन्दर स्याणी नार
होली, दिवाली, ईद, गुरपुरब, मनते तीज त्योहार
भाईचारा जग से न्यारा बढ़े प्यार में प्यार
दिन दूणा अर रात चौगुणा, शिक्षा और व्यापार
बजते डेरू, ढोल, नगाड़े, सांग, रागणी गाणा।
जय जय जय हरियाणा ….
उपजाते हैं फसल सुनहरी, खेतों बीच किसान
खेल खिलाड़ी मैडल लाकर करें देश का मान
सीमाओं पर हरदम चौकस यहां के वीर जवान
छोटा सा प्रदेश, देश की अजब निराली शान
अतिथि देवो भवः यहां सेवा धर्म निभाणा
जय जय जय हरियाणा ….