Murshidabad violence: बांग्लादेश के बयान पर भारत की सख्त प्रतिक्रिया! अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा की सलाह

Murshidabad violence: भारत के विदेश मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुए हिंसा को लेकर बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के बयान को नकारा है। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश को सलाह दी है कि पहले अपने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा करे। यह बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयस्वाल ने दिया।
बांग्लादेश के बयान पर आपत्ति
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयस्वाल ने कहा कि बांग्लादेश द्वारा पश्चिम बंगाल में हुई घटनाओं पर की गई टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं। उन्होंने इसे भारत की चिंता से जोड़ने की कोशिश बताया जो बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में ऐसे अपराध करने वाले लोग खुलेआम घूमते हैं।
Our response to media queries regarding comments made by Bangladesh officials on the developments in West Bengal:
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) April 18, 2025
बांग्लादेश को अपनी स्थिति पर ध्यान देने की सलाह
रंधीर जयस्वाल ने बांग्लादेश को यह सलाह दी कि वह ऐसी टिप्पणियाँ करने के बजाय अपने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि भारत अपने देश में हुए हिंसा की स्थिति पर कार्रवाई कर रहा है लेकिन बांग्लादेश को पहले अपने देश की स्थिति सुधारने की आवश्यकता है।
मुर्शिदाबाद हिंसा की घटनाएँ
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार के प्रेस सचिव मोहम्मद युनुस ने भारतीय अधिकारियों से मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद मुस्लिम समुदाय के प्रभावित लोगों के अधिकारों की रक्षा करने का आह्वान किया। इस हिंसा में तीन लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे। यह घटना बांग्लादेश सरकार के लिए चिंता का विषय बन गई थी।
बांग्लादेश को अपनी समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता
भारत ने बांग्लादेश से यह भी कहा कि वह अपने देश के अल्पसंख्यकों की स्थिति सुधारने पर ध्यान दे। रंधीर जयस्वाल ने यह स्पष्ट किया कि बांग्लादेश को पहले अपने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि वहां के अपराधी खुलेआम घूमते हैं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करते हैं।