चंडीगढ़, सत्य खबर
छात्र संगठन इनसो ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के संदर्भ में शिक्षा विभाग के नए आदेश का स्वागत किया है और इसे प्रदेश के छात्रों की जीत बताया है। इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उनके पास राज्य भर से युवाओं की मांग आ रही थी कि दूसरे राज्यों के छात्रों की तरह उन्हें भी फाइनल ईयर और कम्पार्टमेंट की परीक्षाओं से राहत दिलवाई जाए और इसीलिए उन्होंने दो दिन पहले महामहिम राज्यपाल, सभी उपकुलपति और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस बारे में मांग भेजी थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
दिग्विजय चौटाला ने बताया कि हरियाणा के शिक्षा विभाग ने 12 जून को आदेश जारी किया था कि फाइनल ईयर और कम्पार्टमेंट को छोड़कर अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएगी लेकिन अब संशोधित आदेश में फाइनल ईयर और कम्पार्टमेंट के छात्रों को भी परीक्षाओं से छूट दे दी गई है। दूसरे राज्यों के छात्र जो हरियाणा में पढ़ते हैं, उन्हें पहले ही फाइनल और कम्पार्टमेंट की परीक्षाओं से छूट दे दी गई थी। इससे हरियाणा के छात्र खुद के साथ अन्याय महसूस कर रहे थे।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना संकट की वजह से परिस्थितियों को नए नजरिये से देखने की जरूरत है और इसी वजह से ये जरूरी था कि सभी परीक्षाएं रद्द कर दी जाए और मूल्यांकन के लिए वैकल्पिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाए। दिग्विजय ने एक वीडियों संदेश जारी कर इस फैसले के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और सभी उपकुलपतियों का धन्यवाद किया।
इनसो के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप देसवाल ने भी राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि ये छात्रों की भावनाओं की जीत है। प्रदीप ने बताया कि इनसो से जुड़े छात्रों ने हरियाणा के सभी जिलों में उपायुक्त के माध्यम से इस बारे में मांगपत्र सौंपा था और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस मांग को राज्यपाल के समक्ष उठाया था जिसकी बदौलत सरकार ने इस बात की आवश्यकता को समझा और सभी छात्रों को परीक्षाओं से राहत दी। प्रदीप देसवाल ने कहा कि अब छात्र निश्चिंत होकर आगामी कक्षा में दाखिले या नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।
Aluminium scrap processing efficiency Aluminium alloy salvage yard Metal waste remolding