सत्यखबर,जींद (रोहताश भोला)
तीन कृषि कानूनों और आए दिन बढ़ती महंगाई के विरोध में किसानों का संघर्ष लगातार जारी है…और दूध सौ रुपये किलो बेचने के फैसले पर कायम है..लेकिन जींद में किसानों का सौ रुपये किलो दूध नहीं बिका तो किसानों ने एक नया तरीका निकाला और लंगरों में अपना दूध भेजा….बताया जा रहा है कि जब सरकारी सोसायटी से संबंधित सप्लायरों ने सौ रुपये किलो दूध नहीं खरीदा तो किसानों ने इकट्ठा हुआ सारा दूध किसानों द्वारा लगाए लंगर में भएज दिया…जहां लंगरो में दूध का पनीर निकाला गया…और खीर भी बनाई गई ..और साथ ही लस्सी बनाकर किसानों को पिलाई गई….इसके अलावा दिल्ली जा रहे किसानों को भी दूध बांटा गया.
वहीं किसानों को साफ तौर पर कहना है कि वो सरकार को सौ रुपये किलो से कम दूध नहीं बेचेंगे..चाहे उनको कितना भी नुकसान क्यूं ना उठाना पड़े…और उनका ये फैसला पांच दिन लगातार जारी रहेगा…और उसके बाद आगे की रणनिति तैयार की जाएगी.
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वहीं प्लांट से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि उनके पास करीब 761 सोसायटी है..जिनमें से आज तकरीबन 755 सोसायटियों में दूध दिया गया….ऐसे में उन्हें कोई धिक्कत नहीं है…हालांकि पहले दिन दूध सप्लाई कम आने पर कोई खास असर नहीं हुआ .
गौरतलब है कि जींद में पिछले दिनों हुई खाप पंचायतों और किसानों ने मिलकर दूध को सौ रुपये लीटर बेचने का फैसला किया था…और ये भी कहा गया था कि आम जनता को दूध पुरानी कीमतों पर ही मिलेगा…वहीं सरकारी संस्थाओं से एक लीटर दूध के एवज में सौ रुपये लिए जाएंगे…जिसके चलते आज किसानों ने इसी फैस,ले को कायम रखा और सप्लायरों के सौ रुपये लीटर दूध के ना देने पर सारा दूध किसान लंगरों में भिजवा दिया.
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