राष्‍ट्रीय

P&H H/C BA के अध्यक्ष विकास मलिक पर लगे वित्तीय अनियमितताओं के आरोप

सत्य ख़बर, चण्डीगढ़, सतीश भारद्वाज :

पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विकास मलिक पर वित्तीय अनियमितताओं सहित कई अन्य आरोप लगाने से उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की एक पूर्ण जनरल हाउस की बैठक आयोजित हुई। जिसमें आज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास मलिक द्वारा की गई अवैधताओं और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया। जो अब इस मामले में जांच पड़ताल करेंगे।

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समिति में पूरन सिंह हुंदल, बलतेज सिंह सिद्धू, वरिष्ठ वकील और दिनेश कुमार, हरीश मेहला और दीपशिखा अरोड़ा वकील शामिल हैं । विकास मलिक के खिलाफ लगाए गए आरोपों में प्रतिशोध की भावना से तीन युवा महिला अधिवक्ताओं को आवंटित केबिन को ध्वस्त करना शामिल हैं, वहीं अपने पसंदीदा वकीलों को केबिन देना। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि उन्होंने अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से, उन्होंने बार एसोसिएशन के नियमों का जमकर उल्लंघन करते हुए कार्यकारी समिति या जनरल हाउस की मंजूरी के बिना बड़ी राशि खर्च की और यहां तक कि कोषाध्यक्ष को खाते देने से भी इनकार कर दिया था। जिनसे बार एसोसिएशन के खातों को बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है। उनका व्यवहार न केवल कम वेतन पाने वाले अन्य बार एसोसिएशन के कर्मचारियों के प्रति, बल्कि अपने सहयोगियों के प्रति और विशेष रूप से महिला अधिवक्ताओं के प्रति काफी असभ्य रहा है।

आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से मलिक को कारण बताओ नोटिस जारी करने और उसका जवाब मिलने के बाद उन्हें अध्यक्ष पद से तुरंत हटाने सहित उचित कार्रवाई की सिफारिश करने के लिए पांच सदस्यीय समिति के गठन को मंजूरी दे दी। वहीं न्यायलय सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि आज की बैठक के बारे में एक प्रेस नोट भी जारी किया गया है। वहीं अध्यक्ष पर अन्य आरोपों की भी चर्चाएं चल रही है।

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बता दें कि बार अध्यक्ष अब विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। सीटों व चेम्बर्स को लेकर हाई कोर्ट में कई महिला वकील काफी समय से धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज उठा रही है।

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