हिमाचल प्रदेश में भी खेला, कांग्रेस के कई विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
सत्य खबर/नई दिल्ली:
राज्यसभा चुनाव के दौरान सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश में भी बड़ा खेल हुआ है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा सीट के लिए वोटिंग के दौरान 9-10 कांग्रेस विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग का मामला सामने आया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और मशहूर वकील अभिषेक मनु सिंघवी को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी से हर्ष महाजन उन्हें चुनौती दे रहे हैं.
कांग्रेस के कई विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार का खतरा महसूस किया जा रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस की जीत का दावा किया और कहा कि पार्टी के सभी विधायकों ने पार्टी की विचारधारा पर वोट किया है और पार्टी पूरी तरह एकजुट है. इससे पहले उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई थी जहां समाजवादी पार्टी के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी का समर्थन किया है.
कांग्रेस के पास 40 विधायकों की ताकत है
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं और एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 35 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन हिमाचल में बीजेपी ने हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर कांग्रेस को अपने कुनबे को एकजुट रखने की चुनौती दी. अब हिमाचल प्रदेश से बड़ी जानकारी सामने आ रही है जिसके मुताबिक वोटिंग के दौरान 9-10 कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है.
अभिषेक ने मनु सिंघवी को बाहरी व्यक्ति बताया
हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के पास सिर्फ 25 विधायकों की ताकत है, लेकिन कई कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार की आशंका जताई जा रही है. अभिषेक मनु सिंघवी को बाहरी बताया जा रहा है और इसे लेकर आनंद शर्मा गुट की ओर से नाराजगी भी जताई गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा भी इस बार हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया है।
मुख्यमंत्री ने एकजुटता का दावा किया
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस में पूरी एकजुटता का दावा किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने पार्टी की विचारधारा के आधार पर वोट किया है. पार्टी के सभी विधायक पूरी तरह से सरकार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी पैसे के विवेक की बात कर रही है क्योंकि सच्चाई ये है कि बीजेपी के पास कोई विवेक नहीं है.
कांग्रेस विधायकों को पूरी तरह से एकजुट रखने के लिए सोमवार को पार्टी विधायकों की एक बैठक भी आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी भी शामिल हुए. इस बैठक के दौरान पार्टी की एकजुटता पर जोर दिया गया, लेकिन आज सामने आया है कि पार्टी के कई विधायकों की क्रॉस वोटिंग का मामला सामने आया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का बड़ा बयान
कई कांग्रेस विधायकों द्वारा बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन का समर्थन करने की खबरों के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक है क्योंकि उन्हें लगता है कि सरकार उनके लिए कुछ कदम उठाएगी. हालांकि, इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर भी हमला बोला.
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रतिभा सिंह के अलग-अलग गुट हैं और इन दोनों गुटों के बीच हमेशा वर्चस्व की लड़ाई होती रही है. कांग्रेस आलाकमान भी अभी तक दोनों गुटों के बीच की खींचतान को खत्म नहीं कर पाया है. इस राज्यसभा चुनाव को सुक्खू के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा है. इस बीच, राज्य के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने क्रॉस वोटिंग पर संदेह के बीच कहा है कि उनकी अंतरात्मा पूरी तरह से साफ है।