आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड करने पर हरियाणा बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन ने जानिए क्या कहा
-आंगनबाड़ी के अपग्रेडेशन को बताया भविष्य की मांग
हरियाणा बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बैंदा ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड करना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। सरकार की इस पहल से बच्चों का वर्तमान समय की जरूरतों के हिसाब से सर्वांगीण विकास होगा। आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलों में अपग्रेड़ करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मास्टर ट्रैनर कार्यशाला के समापन अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
चेयरपर्सन ज्योति बैंदा ने कहा कि बच्चों को बेहतर ढंग से सिखाने के लिए हमें उनके साथ बच्चों की तरह ही व्यवहार भी करना होगा। हम जैसा बीज बोएगें वैसा ही पेड़ लगेगा और वैसे ही फल प्राप्त होंगे। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि नन्हे-मुन्ने बच्चों का बचपन खोए नहीं बल्कि वे अपने बचपन को भरपूर जीएं। बच्चा बेहिचक होकर हमसे सवाल करें और अपनी बात कह सके, ऐसा माहौल हमें तैयार करना होगा।
इस अवसर पर हिसार जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. अनीता दलाल ने बताया कि एचएयू के प्रशिक्षण केंद्र में 6 दिवसीय कार्यशाला में 11 जिलों से महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर व डाइट से इंस्ट्रक्टर ने हिस्सा लिया। इसका मकसद सभी 11 जिलों से 4-4 मास्टर ट्रैनर तैयार करना था। हरियाणा राज्य के 4000 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने के लिए सभी 22 जिलों के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाना है, ताकि आगंनवाड़ी कार्यकर्ता प्ले स्कूलों को सुचारू रूप से चला सकें।
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