सत्य खबर, भोपाल.
Assembly elections: With the announcement of election date, code of conduct came into force in MP, posters and banners removed from the streets.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. तारीखों के ऐलान के साथ ही मध्य प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. इसके साथ ही सड़कों से सरकारी योजनाओं के बैनर-पोस्टर हटाने का काम शुरू हो गया. इस बार एमपी में 5 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं. इनमें 22 लाख से ज्यादा युवा हैं.
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा। इसके लिए नामांकन 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक दाखिल किए जाएंगे। 31 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 2 नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में वोटिंग होगी. इस बार मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़ मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे. मध्य प्रदेश चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. चुनाव की घोषणा के साथ ही मध्य प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है.
आचार संहिता का रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश में 2008 से 2018 तक विधानसभा चुनाव में आचार संहिता लगने का आलम यह है कि अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह तक आचार संहिता लगती रही है. हालांकि, 2013 और 2018 के चुनाव में पहले हफ्ते ही आचार संहिता लग गई थी. चुनाव आचार संहिता लागू होने की तारीखों पर नजर डालें तो 2008 में 6 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा हुई थी. 28 नवंबर को वोटिंग हुई और 11 दिसंबर को नतीजे घोषित हुए.
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-2013 के चुनाव में 4 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा हुई थी. 25 नवंबर को वोटिंग हुई और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती हुई.
-2018 के चुनाव में 14 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा हुई, 27 नवंबर को वोटिंग हुई और 8 दिसंबर को नतीजे घोषित हुए।
-इस बार चुनाव की तारीखों का ऐलान 17 नवंबर को हुआ है. 17 नवंबर को वोटिंग होगी और 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी.
ये है एमपी का चुनावी ब्यौरा
इस बार मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा युवा मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. राज्य में 2018 में हुए चुनाव में कुल 2899 उम्मीदवार मैदान में थे. इस बार चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों पर नजर रहेगी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं जबकि बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं. हालांकि, दिलचस्प बात यह भी रही कि बीजेपी को 41 फीसदी वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.9 वोट मिले. 2018 के चुनाव में बसपा ने दो जबकि 5 अन्य ने जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद मध्य प्रदेश में सियासी घमासान तेज हो गया है.
Assembly elections: With the announcement of election date, code of conduct came into force in MP, posters and banners removed from the streets.