Boycott Turkey: टर्की को छोड़ यूरोप की ओर क्यों भाग रहे हैं लखनऊ के पर्यटक! क्या टर्की बन चुका है भारत का नया दुश्मन?

Boycott Turkey: भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव का असर अब अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर भी दिखने लगा है। खासकर टर्की जाने वाले भारतीय पर्यटकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से कई व्यापारियों ने टर्की जाने के अपने टिकट रद्द कर दिए हैं।
लखनऊ से इस्तांबुल की फ्लाइट्स पर असर
अमौसी एयरपोर्ट से इस्तांबुल जाने के लिए सीधी उड़ानें नहीं हैं। यात्री पहले दिल्ली जाते हैं और वहां से कनेक्टिंग फ्लाइट लेते हैं जिसमें कुल समय लगभग 15 से 22 घंटे लगता है। पहले गर्मियों की छुट्टियों में लोग बड़ी संख्या में टर्की के लिए टिकट बुक कराते थे लेकिन अब उन्होंने अपना रुख बदल लिया है।
व्यापारियों और धार्मिक यात्रियों में चिंता
टर्की जाने वालों में लखनऊ के सर्राफा कारोबारी और धार्मिक गतिविधियों से जुड़े लोग शामिल होते हैं। लेकिन अब यह वर्ग भी टर्की यात्रा से दूरी बना रहा है। पिछले एक महीने में 30 में से 18 पैकेज रद्द कर दिए गए हैं जिसमें एयर टिकट के साथ होटल बुकिंग भी शामिल थी।
यूरोप की ओर बढ़ा रुझान
अब लोग टर्की की जगह यूरोप के अन्य देशों का विकल्प चुन रहे हैं। ट्रैवल एजेंसियों के अनुसार यूरोप के लिए पैकेज बुक कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मोहम्मद तनवीर आलम के अनुसार गर्मियों की छुट्टियों में टर्की सबसे लोकप्रिय गंतव्य होता था लेकिन अब वहां जाने वालों की संख्या लगातार घट रही है।
टर्की के खिलाफ मुस्लिम समुदाय का विरोध
टर्की के पाकिस्तान के समर्थन में खड़े होने पर मुस्लिम समुदाय ने खुलकर नाराजगी जताई है। हुसैनाबाद में छोटे इमामबाड़े के बाहर टर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के पोस्टर जलाए गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब टर्की में भूकंप आया था तब भारत ने सबसे पहले मदद भेजी थी लेकिन अब वही टर्की पाकिस्तान को ड्रोन देकर भारतीयों को मारने में मदद कर रहा है।