Why is there a hurry in cremating the dead body?
ब्यूरो रिपोर्ट, सत्यखबर। जीवन का एक कटु सत्य है जिसके कहते है मुत्यु। जिसका का जन्म हुआ है उसका मरना तय है। लेकिन क्या आपको पता है कि मुत्यु के बाद शरीर के अंतिम संस्कार के लिए सब इतना जल्दी-जल्दी क्यों करते है। तो चलिए आज आपको इस सत्य से रू-ब-रू करवाते है।Why is there a hurry in cremating the dead body?
सनातम धर्म में गीता को बहुत महत्व दिया जाता है। कहते है कि जीवन में हर समस्या का हल आपको गीता में मिल जाएगा। तो भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि मृत्यु’ जीवन का अंतिम और अटल सत्य है, जिसे कोई टाल नहीं सकता है। जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु अटल है और मत्यु के बाद उसका पुन: जन्म भी निश्चित है। गीता के मुताबिक, मृत्यु के बाद बाद जीवन का नया आरंभ होता है। यही वजह है कि मृत्यु के बाद सभी नियमों का पालन किया जाता है।
मान्यताओं के मुताबिक, अगर किसी भी मरने वाले व्यक्ति का अंतिम संस्कार पूरे रीति रिवाज से नही नहीं किया जाता है तो उसकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है और उस मृत व्यक्ति की आत्म धरती पर ही भटकती रहती है। वहीं अंतिम संस्कार को नियम के साथ इसलिए भी किया जाता है कि जिससे जीवात्मा को मरने के बाद स्वर्ग और अगले जन्म में उत्तम शरीर की प्राप्ति हो सके।
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क्या नियम है संस्कार के:-
अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो पारंपरिक रूप से लोग सबसे पहले मृत शरीर के पैर की उंगलियों को एक साथ बांधते हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पैर के अंगूठों को बांधना मूलाधार को एक तरह से कस देता है जिससे वो जीव एक बार फिर शरीर में नहीं घुस सकता और न ही घुसने की कोशिश कर सकता है। अगर ऐसा नहीं करते है तो ये आत्म शरीर के किसी भी छिद्र से प्रवेश करने की कोशिश करेगा, विशेष रूप से मूलाधार के माध्यम से। मूलाधार वह जगह है जहां जीवन पैदा होता है और जब शरीर ठंडा होने लगता है तो इकलौती जगह जहां आखिर तक गर्माहट रहती है, वो आखिरी बिंदु हमेशा मूलाधार होती है।
क्यों करते है दाह संस्कार की जल्दी:-
मृत व्यक्ति की आत्म शरीर के किसी भी छिद्र से प्रवेश करने की कोशिश करता है, विशेष रूप से मूलाधार के माध्यम से। यही कारण है कि पहले के समय में मृत्यु के कुछ देर बाद शरीर को जला दिया जाता था। दरअसल, एक निश्चित समय सीमा के अंदर शरीर को जला देना चाहिए, क्योंकि जीवन वापस पाने की कोशिश करता है। यह जीविका के लिए भी जरूरी है।Why is there a hurry in cremating the dead body?
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