सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
ED raids MLA Gopal Kanda’s residence and office in civil line area in Gurugram
हरियाणा प्रदेश के बहु चर्चित रहे सिरसा से MLA गोपाल कांडा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। जबकि पिछले करीब 15 दिन पहले दिल्ली की एक अदालत से गीतिका एयर होस्टेस सुसाइड केस से बरी हुए थे। बुधवार को ईडी ने उन्हें अपने शिकंजे में ले लिया है। जिससे एक दफा फिर विधायक पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। वही कुछ दिन पहले ही उनके परिवार में एक दुखद मौत भी हो गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह करीब 6 बजे ED की टीमें उनके गुरुग्राम के सिविल लाइंस स्थित घर और एयरलाइंस कंपनी MDLR ऑफिस पहुंची। जहां पर घर की तलाशी पूछताछ के साथ-साथ रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है। जब पत्रकारों ने उनके निवास के बाहर खड़े सुरक्षाकर्मियों से कुछ पूछताछ करनी चाहिए तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया।
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बता दे कि विधायक कांडा हरियाणा लोकहित पार्टी के मुखिया हैं। और अभी सिरसा से विधायक हैं। प्रदेश की BJP और जजपा की गठबंधन सरकार को वे बाहर से समर्थन दे रहे हैं। उनके भाई गोविंद कांडा भाजपा में हैं। करीब 15 दिन पहले ही वे दिल्ली की एक अदालत से उनके यहां काम करने वाली एयर होस्टेस गीतिका सूइसाइड केस से बरी हुए थे। जिसके बाद उनकी प्रदेश में चर्चाएं जोर शोर से शुरु हो गई थी। उन्होंने CM मनोहर लाल से दिल्ली जाकर विशेष मुलाकात भी कई थी। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वे हरियाणा सरकार में मंत्रीपद मिल सकता है। वह खुद भी इसके इच्छुक बताए जा रहे हैं लेकिन अब अचानक केंद्रीय एजेंसी ED की रेड पड़ गई। फिलहाल कांडा या ED की तरफ से इस रेड को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
70 करोड़ के मालिक कांडा, सिरसा में बनाया महल
हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री व विधायक गोपाल कांडा करोड़पति हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में दाखिल एफिडेविट के मुताबिक कांडा के पास करीब 70 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। सिरसा में करीब ढाई एकड़ में उन्होंने अपना महल बनवा रखा है, जिसके अंदर हेलिकॉप्टर उतरने तक की सुविधा उपलब्ध है। इस महल की कीमत करोड़ों में है। उनके पिता मुरलीधर कांडा की पृष्ठभूमि RSS की थी। सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले गोपाल कांडा ने दसवीं तक पढ़ाई की है।
आज कांडा का गोवा में बिग डैडी नाम से कैसीनो चलता है। उन्हें गोवा का कैसीनो किंग भी कहा जाता है। एक समय कांडा का कैसीनो गोवा में समुद्र के अंदर खड़े रहने वाले शिप पर चलता था। गोपाल कांडा की कंपनी मैसर्स गोल्डन ग्लोब होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के इस शिप में उनका कैसीनो रियो चलता था। यह शिप गोवा की मंडोवी नदी में खड़ा रहता था।
गुरुग्राम से शुरू हुआ कांडा के करोड़पति बनने का सफर
कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर साइबर सिटी गुरुग्राम से वर्ष 2000 के आसपास शुरू हुआ। उस समय राज्य में ओमप्रकाश चौटाला की अगुवाई में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की सरकार थी। उस समय कांडा INLD सुप्रीमो चौटाला के सबसे खासम खास बने हुए थे।
चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। उसी समय सिरसा में तैनात रहा वह आईएएस अफसर भी गुरुग्राम में हुडा का प्रशासक लग गया। उससे दोस्ती का फायदा उठाते हुए कांडा ने गुरुग्राम में प्लाटों की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। चौटाला सरकार में कांडा के राजनेताओं से अच्छे संबंध बन गए थे। एयरहोस्टेस सुसाइड केस से बरी होने के बाद कांडा ने CM मनोहर लाल से मुलाकात की थी।
पिता के नाम पर एयरलाइंस कंपनी खोली
कुछ बरस पहले तक गोपाल कांडा की सिरसा में रेडियो रिपेयर की छोटी सी दुकान हुआ करती थी। इसके बाद कांडा ने जूते-चप्पल की दुकान खोली। दुकान चल पड़ी तो जूता फैक्ट्री खोल ली। इसके बाद राजनीति में पहचान बनानी शुरू कर दी। कांडा ने रियल एस्टेट का कारोबार भी शुरू कर दिया। गुरुग्राम से करोड़पति बनने के बाद गोपाल कांडा ने 2008 में अपने पिता मुरलीधर लख राम के नाम पर गुड़गांव से MDLR एयरलाइंस कंपनी की शुरुआत की। हालांकि, बाद में उन्होंने ये कंपनी बंद कर दी। इस दौरान कांडा की करीब 40 अनय दूसरी कंपनियां चलती रहीं।
कांडा की एयरलाइंस कंपनी में एयरहोस्टेस रही गीतिका ने दिल्ली के अशोक विहार में सुसाइड कर लिया। तब हरियाणा के अलावा केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार थी। यह विवाद इतना उछला कि कांडा को हरियाणा के गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद कांडा को 18 महीने तिहाड़ जेल में काटने पड़े। हालांकि 15 दिन पहले कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। कुछ दिन पहले ही अचानक उनके घर में उनके भाई का भी देहांत हो गया था।
ED raids MLA Gopal Kanda’s residence and office in civil line area in Gurugram