सत्य खबर
आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने मंगलवार को महिला जूनियर कोच उत्पीड़न मामले में मंत्री संदीप सिंह को एक बार फिर बेनकाब किया। उन्होंने कहा कि महिला जूनियर कोच के मान सम्मान के साथ खिलवाड़ का आरोपित चार्जशिटिड मंत्री संदीप सिंह को समझ आ गया है कि उसके पाप का घड़ा भर गया है। अब उसको जेल जाना पड़ेगा इसलिए जमानत लेने के लिए कोर्ट भाग रहा है। गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में अंतरिम जमानत याचिका लगाई है। लेकिन ये समझ नहीं आ रहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर धृतराष्ट्र बन कर क्यों बैठे हैं? उनको अपने मंत्री का अपराध क्यों नजर नहीं आ रहा है?
उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर को हरियाणा की एक बेटी की आवाज क्यों सुनाई नहीं दे रही है? जो अपने मान सम्मान की रक्षा के लिए उनकी तरफ देख रही है। भाजपा जो ये नारा देती है की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अब वो का नारा कहां गया। अब सीएम खट्टर को क्यों नजर नहीं आता कि यदि बेटियों के मान सम्मान के साथ इस तरह खिलवाड़ होगा और खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को अपनी कैबिनेट में रखेंगे तो उसका पूरे हरियाणा में क्या संदेश जा रहा है। ये बात सीएम खट्टर को क्यों समझ नहीं आती है?
उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर से कहा कि समय रहते इस पर फैसला लीजिए। मंत्री संदीप सिंह को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाएं और उन्हें बर्खास्त करें। कहीं ऐसा न हो की आप हरियाणा के किसी भी हिस्से में जाएं संदीप सिंह का गुस्सा लोग आप पर उतारें और आपको काले झंडे दिखा कर आपका अपमान करें। इसके अलावा कहीं ऐसा न हो कि आपके मंत्री संदीप सिंह का पूरे हरियाणा में बहिष्कार हो। यदि आप प्रदेश की माताओं बहनों और बेटियों के गुस्से से बचना चाहते हैं तो समय रहते संदीप सिंह को मंत्री पद से बर्खास्त करें।
उन्होंने कहा कि जब उस मंत्री को समझ आ गया है कि वह जेल जा सकता है। अंतरिम जमानत याचिका कोर्ट में लगा रहा है तो कोई कारण नहीं बनता कि सीएम खट्टर को ये दिखाई नहीं दे रहा हो कि मंत्री ने ये अपराध नहीं किया है। जब हरियाणा की उस बेटी ने अपने मुंह से खुद सारा किस्सा बयां कर दिया कि कैसे कैसे सीएम खट्टर के मंत्री ने उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। उसके बावजूद भी यदि खट्टर साहब आंख पर पट्टी बांधे रहेंगे और अपने मंत्री के मोह में धृतराष्ट्र बने रहेंगे तो हरियाणा के लोग अंकोर कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर मंत्री संदीप सिंह को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाएं और तुरंत मंत्री पद से बर्खास्त करें।