सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: Government land worth crores of rupees looted
एक तरफ तो प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भ्रष्टाचार को दूर करने के दावे करते नहीं थक रहे हैं। एसीबी को भी चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए बयानबाजी करते रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ आए दिन अधिकारियों की लापरवाही भ्रष्टाचारी के कारनामे उजागर हो रहे हैं। जिन पर उनके बयान बाजी दा खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला गुरुग्राम का सामने आया जिसमें लाखों के चक्कर में करोड़ों की सरकारी जमीन को मिलीभगत से गोलमोल कर दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार एचएसवीपी की बेशकीमती जमीन अधिकारियों की लापरवाही से खुर्द-बुर्द हो रही है। अधिकारियों को अधिग्रहित कर मुआवजा देने के बाद भी जमीन की कोई चिंता नहीं है। एचएसवीपी की जमीन को बैंक के पास मिलीभगत से गिरवी रख एक मनोरंजन कंपनी ने करीब 50 करोड़ की सरकारी जमीन को केवल 50 लाख का लोन ले लिया।
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मामला प्रकाश में तब आया जब लोन न भरने की स्थिति में डेबट रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) ने 12.80 करोड़ में नीलाम कर दी। अधिकारियों को इसकी भनक तक भी नहीं है। बता दे कि दिल्ली रोड पर एयरफोर्स मैस के सामने करीब 50 करोड़ कीमत की जमीन एचएसवीपी (उस समय हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथारिटी) ने गुरुग्राम गांव के राजस्व क्षेत्र की जमीन का वर्ष 1991 में अधिग्रहण किया था। इसमें सुभाष सेठी के नाम एक बीघा 15 बिस्वा जमीन भी शामिल थी।
प्राधिकरण के भूमि अधिग्रहण अधिकारी ने रपट दर्ज कर इस जमीन का कब्जा मई 1991 को रपट नंबर 747 के माध्यम से एचएसवीपी को दे दिया। सुभाष सेठी ने जमीन अधिग्रहण होने के बाद इस जमीन की जीपीए अपने भाई मुकेश सेठी और अनीता सेठी को दे दी। Government land worth crores of rupees looted
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