खबर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
Gurugram’s cow protector Monu Manesar reached jail after 4 days of police remand in the attempted murder case registered in Pataudi.
गुरुग्राम के फरुखनगर क्षेत्र के गांव बुढेडा स्थित एसजीटी यूनिवर्सिटी में सिनर्जी” मेगा टेक फेस्ट शुरु हुआ । इसकी भव्यता की मुख्य वजह थी नेटवर्किंग, सामाजिक विकास और प्रत्येक के उत्थान का लक्ष्य। इसी दौरान कुछ नामी और प्रतिष्ठित हस्तियों के बीच भारत के सतत और समग्र विकास का विमर्श भी एक अहम हिस्सा रहा। “सिनर्जी” एक जीवंत और नवाचारी उत्सव है जो प्रौद्योगिकी, शिक्षा और सामाजिक परिवर्तन को एक साथ जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं और संवाद के बेहतरीन अनुभवों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ “सिनर्जी” का लक्ष्य सकारात्मक परिवर्तन और सामाजिक परिवर्तन के लिए मुख्य स्रोत बनना है।
प्रवक्ता ने बताया “सिनर्जी” उत्सव का आयोजन 11 अक्टूबर से शुरु हो कर 13 अक्टूबर 2023 तक चलेगा और तकनीकी के लिए उत्साहित लोगों, छात्रों, पेशेवरों और उद्योग विशेषज्ञों को एक साथ लाने और नए विचारों का उत्सव मनाने के लिए एक अहम और बड़ा मंच होगा। आयोजित तीन दिवसीय मेगा इवेंट के उद्घाटन सत्र में डॉ अज़ादार खान (सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष) और डॉ. प्रदीप कुमार साहा (राष्ट्रीय सलाहकार, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार) ने अपनी मौजूदगी दर्ज करवाकर उत्सव की शोभा बढ़ाई। वही डॉ कालरा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र-निर्माण की दिशा में आत्मनिर्भरता एक महत्वपूर्ण कदम है। वही विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओपी कालरा ने कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में अपनी बात रखते हुए आत्मनिर्भरता को राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पूरक बताया। छात्रों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि,“हमें इस देश को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने और अपने देश और समाज में बहुमूल्य योगदान देने के लिए प्रयास करना चाहिए।
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आत्मनिर्भरता ही एकमात्र रास्ता है जिससे हम देश से गरीबी की बेड़ियाँ हटा सकते हैं”।इसके अलावा देश के मशहूर रेडियो जॉकी आरजे नावेद ने अपनी मौजूदगी से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस दौरान उन्होंने अपनी पूरी यात्रा छात्रों के साथ साझा की जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय के साथ उन्होंने असफ़लताओं से पार पाई इस मुक़ाम पर पहुंचे। आरजे नावेद ने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम के बल पर जीवन में बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं। इस कार्यक्रम में डोन,रोबो, नुक्कड़ नाटक मेनेजमेनट गेम्स प्रतियोगिताएं आकर्षण का मुख्य केंद्र रही।सामाजिक विकास के प्रयासों को ध्यान में रखते हुए एसजीटी विश्वविद्यालय ने अपनी तरफ़ से “हाली की थाली” पहल की शुरूआत की, जिसका मूल लक्ष्य होगा आस-पास के गांवों से आने वाली महिलाओं को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने और तीन दिवसीय मेगा इवेंट “सिनर्जी” में अच्छी कमाई करने का मंच और अवसर देना। “सिनर्जी”, सामाजिक जागरूकता, उद्यमिता, आत्म-समर्थन, आत्मनिर्भरता, मेक इन इंडिया, “वोकल फ़ोर लोकल”, ग्राम विकास और समाज में तकनीकी परिवर्तन जैसी अहम मुद्दों और सरकार की महत्वपूर्ण नीतियों पर विमर्श करने करने और इनको बढ़ावा देने के लिए समर्पित है । गौरतलब है कि इस उत्सव ने देश भर से आने वाले कई उत्साहित और कुशल युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर भी पैदा किए हैं।