सत्य खबर, चण्डीगढ़
हरियाणा समेत कई राज्यों में फिर से मौसम बदलने लगा है. एक नये पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग की तऱफ से इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 17 से 20 फरवरी 2022 तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कुछ स्थानों से अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा/बर्फवारी और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों से कहीं कहीं हल्की वर्षा की संभाव ना है।
हरियाणा में मौसम का रहेगा ये हाल
कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार
मौसम पूर्वानुमान:- हरियाणा राज्य में 17 फरवरी तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने व हल्की गति से उत्तरी व उत्तरपाश्चिमी हवाएँ चलने दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने तथा 17 फरवरी रात्रि से मौसम में पाश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा में बदलाव उत्तर पाश्चिमी/पाश्चिमी से पूर्वी होने से 19 फरवरी तक बीच-बीच में आंशिक बादलवाई व हवाएं चलने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ की श्रृंखला जो पहाड़ी राज्यों की ओर बढ़ेगी, देश के उत्तरी भाग पर पश्चिमी हवाओं को हावी नहीं होने देगी। इसलिए न्यूनतम तापमान में खासी गिरावट नहीं आएगी। हम कह सकते हैं कि सर्दी अब लगभग अपने अंतिम पड़ाव पर है।
देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में जनवरी और फरवरी के महीने में बेमौसम बारिश हुई है। यही कारण है कि मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश मौसम सिब्डीविजन अधिक वर्षा वाले हैं।
15 फरवरी को मध्य प्रदेश में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है, जो 15 फरवरी को पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश देगा। वर्षा 16 फरवरी को बिहार और उससे सटे झारखंड के दक्षिणी हिस्सों में भी होगी।
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इन क्षेत्रों में 18 से 20 फरवरी के बीच एक और हल्की बारिश संभव है। कंफ्लुएंस जोन बनने से इस बार बारिश की गतिविधियां होंगी। उत्तर से आने वाली शुष्क और ठंडी हवाएँ मध्य और पूर्वी भारत में दक्षिण पूर्वी आर्द्र हवाओं के साथ परस्पर क्रिया करेंगी जिससे ये बारिश की गतिविधियाँ होंगी।
मध्य और पूर्वी भारत में सर्दियों में वर्षा आमतौर पर एक संगम क्षेत्र के बनने या पश्चिम से पूर्व की ओर एक चक्रवाती परिसंचरण की गति के कारण होती है। अगले सप्ताह के दौरान ये दो प्रकार की मौसम प्रणाली बन सकती है जिससे छिटपुट बारिश हो सकती है।
सम्पूर्ण भारत का फ़रवरी 16, 2022 का मौसम पूर्वानुमान
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मालदीव के ऊपर बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप, दक्षिण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तमिलनाडु और केरल में छिटपुट हल्की बारिश हुई। पहाड़ियों और उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फ़बारी हो सकती है। धीरे-धीरे, यह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को कवर कर सकता है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में क्रमिक वृद्धि की उम्मीद।
दक्षिण तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश संभव है। लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
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