सत्य खबर, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने बारिश-ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की मुआवजा राशि तय कर दी है। किसानों की 75 प्रतिशत खराब फसल का सरकार की ओर से 15 हजार रुपए मुआवजा राशि दी जाएगी। इसके अलावा 25 से 50 प्रतिशत फसल खराब होने पर 9000 रुपए प्रति एकड़ की मुआवजा राशि दी जाएगी। 51 से 75 फीसदी फसल खराब होने पर किसानों को 12000 रुपए प्रति एकड़ सरकार मुआवजा देगी।
देरी पर ब्याज देगी सरकार
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि यदि फसल के मुआवजे में किन्हीं कारणों से देरी होती है तो सरकार की ओर से किसानों को ब्याज भी दिया जाएगा। डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रभावित प्रत्येक किसान को खराब फसल का मुआवजा सरकार देगी। उन्होंने बताया कि किसानों को मुआवजे की राशि सीधे खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
डिप्टी सीएम ने बताया कि हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि से अब तक 16.83 लाख एकड़ फसल मुआवजे की जानकारी मिली है। सरकार की ओर से 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की जा चुकी है। अब तक मंडियों में एक लाख 65 हजार मीट्रिक टन गेहूं पहुंचा है, जिसकी खरीद की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। डिप्टी सीएम ने बताया कि मंडी में पहुंचने वाले गेहूं के एक एक दाने की सरकार खरीद करेगी।
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सरकार के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सूबे में खराब फसल की गिरदावरी के लिए क्षति पूर्ति सहायक की नियुक्ति की जाएगी। एक क्षतिपूर्ति सहायक को 500 एकड़ पर तैनात किया जाएगा। सरकार की ओर से क्षतिपूर्ति सहायक के लिए अलग से काम निर्धारित किया गया है, यह पटवारी के साथ मिलकर काम करेंगे।
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