सत्य खबर । हिसार
मिलगेट एरिया में बुधवार काे दिल दहला देने वाली घटना हुई। दिनदहाड़े एक मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई। जिसका आरोप बच्ची के पिता ने अपने बड़े भाई पर ही लगाया है। आरोपी को पकड़कर लोगों ने पुलिस को सौंप दिया है। बच्ची के परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
डेढ़ साल की राधिका की मौत के बाद सिविल अस्पताल में मां रेणू का राे-राेकर बुरा हाल था। रेणू का कहना था कि पुलिस यदि मेरी शिकायत पर कार्रवाई करती ताे आज बेटी मेरे सामने जिंदा हाेती। दाे बार आराेपी के खिलाफ शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने एक्शन नहीं लिया। इस कारण बुधवार को आराेपी मेरी बेटी की गला दबाकर हत्या करने में कामयाब हो गया। हालांकि थाना के प्रभारी ने पहले कोई शिकायत मिलने की बात से इनकार किया है।
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नम आंखें लिए रेणू ने कहा कि उस छाेटी बच्ची ने किसी का क्या बिगाड़ा था। वह भी बड़े भाई की तरह सुधीर काे मानती थी। अक्टूबर माह में मैं किचन में काम कर रहा थी इस दौरान मेरे जेठ सुधीर ने मेरा गला दबाकर भी हत्या का प्रयास किया था। हालांकि किसी तरह मैं बच गई थी। इसके बाद नवंबर माह में भी जेठ ने मेरी पिटाई की। एक बार डेढ़ साल की मेरी बेटी राधिका काे भी बेवजह पीटा था। उसे मारने का प्रयास किया था मगर उस समय मैंने धमकाकर आरोपी सुधीर को भगा दिया था।
बोली, मैंने इन घटनाओं की दाे बार एचटीएम थाने में आरेापी के खिलाफ शिकायत दी। मगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ काेई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं आरोपी के पकड़ने के बाद भी धमकाकर छाेड़ दिया गया। कहा कि पुलिस की ढिलाई के कारण ही आज मेरी बच्ची चली गई है। रेणू ने इस मामले में एसपी से भी शिकायत करने की बात कही है।
हालांकि थाना प्रभारी ने पूर्व में शिकायत की बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि इस तरह की काेई शिकायत का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया कि आराेपी ने भाई के रुपये नहीं देने पर उसकी डेढ़ साल की बेटी की गला दबाकर हत्या की है। हालांकि पुलिस अभी पूछताछ में जुटी है।
रेण का कहना था कि उसकी बेटी परिवार में एकमात्र लड़की थी। उनके परिवार में काेई भी लड़की नहीं थी। उसके पति के भी बहन नहीं थी। इसके अलावा ससुर काे भी काेई बहन नहीं थी। बताया कि जन्म से ही राधिका बीमार रहती थी।
जिसका प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। अब तक करीब डेढ़ लाख रुपये बेटी के इलाज पर खर्च किए जा चुके थे। मगर अब वह पूरी तरह से ठीक थी। परिवार के सभी सदस्याें के साथ ठीक थी। रेणू ने बताया कि सुधीर का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। जिसके कारण वह अन्य के साथ भी गाली गलौच करता रहता था।
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