सत्य खबर, नई दिल्ली.
MLA Neeraj statement on Hardware-Pali Periphery Road scam
विधायक नीरज शर्मा ने हार्डवेयर-प्याली पेरिफैरी रोड घोटाले पर बोलते हुए कहा कि इस सड़क की फाइल वर्ष 2017 बनी, वर्क आर्डर भी 2017 में हुआ तथा काम भी वर्ष 2017 में शुरू हो गया। लेकिन वर्ष 2018 में सांसद कृष्णपाल गुर्जर की अध्यक्षता में मीटिंग हुई, जिसमें फरीदाबाद के सभी विधायक मोजूद थे, तथा नगर निगम फरीदाबाद के अधिकरी सम्मिलित थे। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि इस मीटिंग का उद्धेश्य सिर्फ घोटाले का अंजाम देना था। क्योकि जब मुख्यमंत्री धोषणा वर्ष 2017 में हुई और तभी से काम शुरू हो गया था तो उसके बाद क्यो आर.एम.सी का किया गया। जबकि इस सडक पर ब्रिज बनने थे, साईकिल ट्रैक बनना था तथा ब्यूटिफिकेशन होना था उसका क्या हुआ किसी को नही पता।
विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि इसकी जांच 2020 से चल रही है। विजिलेंस विभाग दस्तावेज मांग रहे थे, लेकिन कोई दस्तावेज उपलब्ध नही करवाए जा रहे.
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विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि उच्च न्यायालय में केस नंबर सी डब्लू पी 22268 ऑफ 2022 लंबित है जिसकी अगली तारीख 11 जुलाई 2023 है। जिसमें राज्य चौकसी ब्यौरो ने जो अपनी रिपोर्ट माननीय उच्च न्यायालय में जमा की उसमें सरकार ने माना की आर.एम.सी का काम वर्ष 2017 में ही शुरू हो गया था, वर्ष 2017 में ही एम.बी भरी गई और आर.एम.सी की पैमेंट की गई। सरकार ने माना की 16 करोड रू का घोटाला हुआ है। जबकि विधानसभा में भाजपा के विधायक, मंत्री कहते है कि अगर घोटाले हुआ है तो हम जिम्मेदार है।
MLA Neeraj statement on Hardware-Pali Periphery Road scam