सत्य खबर, नई दिल्ली ।Yamuna crosses danger mark in Delhi.
पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश और हरिणाणा में हथिनीकुंड बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (204.5 मीटर) को पार कर गया है. यमुना के बढ़ते जलस्तर के बाद दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इसके साथ-साथ राजधानी में की वजह से अलग-अलग हादसों में अब तक 5 लोगों की मौत और इतने ही लोग घायल बताए जा रहे हैं. मौसम विभाग की माने तो दिल्ली में पिछले 40 सालों में ऐसी बारिश नहीं हुई थी. बारिश की वजह से सड़कों पर कहीं-कहीं घुटने भर पानी लगा हुआ नजर आया.
बारिश के बाद बेहाल पड़ी दिल्ली की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी की डिजाइन 153 एमएम बारिश को बर्दाश्त करने की नहीं है. पिछले 40 साल में ऐसी बारिश नहीं हुई थी. एनडीएमसी और कई वीआईपी इलाकों में पानी भर गया है. वहीं, मौसम विभाग के अनुमानों के मुताबिक दिल्ली वासियों को फिलहाल बारिश से राहत मिलते नहीं दिख रही है.
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इस हफ्ते ऐसा ही रहने वाला है मौसम
मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली में मंगलवार को भी मध्यम बारिश हो सकती है. बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को मामूली राहत मिल सकती है, लेकिन शनिवार और रविवार को एक बार फिर से बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी. कुल मिलकार दिल्ली-एनसीआर वालों इस इस हफ्ते राहत नहीं मिलने वाली है.
इन इलाकों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
यमुना के खतरे के निशान से ऊपर बहने के बाद दिल्ली के जिन इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है उनमें सीलमपुर की किसान बस्ती, बदरपुर खादर गांव, सबपुर बस टर्मिनल, सोनिया विहार में एमसीडी टोल, आईएसबीटी वाली किसान बस्ती, अन्नपूर्णा मंदिर, आईएसबीटी वाली किसान बस्ती, उस्मानपुर पुस्ता, बदरपुर खादर गांव और और गढ़ी मांडू गांव, दिल्ली सचिवालय, लक्ष्मी नगर, यमुना विहार समेत और भी कई इलाके शामिल हैं.
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