सत्य खबर भोपाल.
MP: Voters surprised, voting percentage increased, but voting decreased
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत का नया ट्रेंड सामने आया है. मतदाताओं ने इस नये ट्रेंड को सामने लाकर सभी को चौंका दिया है. दरअसल, राज्य में वोट प्रतिशत डेढ़ फीसदी बढ़ गया है. लेकिन, 230 में से 50 सीटों पर वोटिंग कम हुई. सिर्फ शिवराज सरकार के 9 मंत्रियों की सीटों पर कम वोटिंग हुई. इन मंत्रियों में प्रेम सिंह पटेल, भूपेन्द्र सिंह, उषा ठाकुर, रामखेलावन पटेल, मीना सिंह, विश्वास सारंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, तुलसी सिलावट और जगदीश देवड़ा शामिल हैं। उनकी सीटों पर वोट प्रतिशत घटा है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की हाईप्रोफाइल सीट पर भी एक फीसदी से भी कम मतदाता वोट डालने निकले.
बीजेपी के 28 विधायकों की सीटों पर वोट प्रतिशत घटा. इसी तरह कांग्रेस के 20 विधायकों की सीटों पर भी कम वोटिंग हुई. बसपा और एक निर्दलीय विधायक की सीटों पर भी कम लोगों ने वोट डाले. इस तरह मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पचास सीटों पर वोट प्रतिशत कम हो गया है. इससे राजनीतिक गलियारों में उलझन बढ़ गई है. आपको बता दें कि 17 नवंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 77.15 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. नक्सल प्रभावित बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों में मतदान दोपहर तीन बजे समाप्त हो गया. वहीं राज्य के बाकी इलाकों में शाम 6 बजे तक वोटिंग जारी रही.
राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हो गई. बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित बैहर सीट पर 84.81 प्रतिशत, लांजी में 75.07 प्रतिशत और परसवाड़ा में 81.56 प्रतिशत मतदान हुआ. प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटिंग नीमच जिले के जावद में 86.19 फीसदी और सबसे कम भिंड में 50.41 फीसदी हुई. राज्य में 64626 मतदान केंद्र बनाये गये थे. मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 59 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने अपनी नई सरकार के लिए वोट किया. इनमें 80 साल से अधिक उम्र के 6 लाख और 100 साल से अधिक उम्र के 4 हजार मतदाता थे. इस बार राज्य में 22 लाख से ज्यादा पहली बार मतदाता बने. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 2533 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा.
MP: Voters surprised, voting percentage increased, but voting decreased