सत्य खबर मध्य प्रदेश: Nisha Bangre bluntly said: If I am stopped from contesting elections, I will do this work, government should listen
मध्य प्रदेश के बैतूल में डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने के बाद सुर्खियों में आई निशा बांगरे ने आखिर चुनाव लड़ने की घोषणा कर ही दी. आपको बता दे सोशल मीडिया पर एक जारी वीडियो में उन्होंने बताया कि सरकार उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना चाह रही है. इसलिए उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि इस तरीके से एक दलित महिला अधिकारी को बेवजह प्रताड़ित करने से संपूर्ण दलित समुदाय, आदिवासी समुदाय और सभी महिलाओं में आक्रोश है.
डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद निशा बांगरे की पहली पोस्टिंग बैतूल जिले में हुई थी. वो छह महीने पहले जिले में भोपाल से स्थानांतरित होकर आई निशा बांगरे नौकरी मे रहकर लोगो की सेवा कर रही हैं… वो अपनी नौकरी से इस्तीफा दैकर बेतूल जिले की आवला सीट से विधानसभा सीट से अपना भाग्य अजमाना चाहती है…लेकिन उनका कहना है कि वो साढे़ तीन साल आवला मे पदस्थ रही हैं इसलिए वहां के लोगो से उनके आत्मीय संबंध बन गये थे… जहां निशा की पहली पोस्टिंग हुई थी.. वहा वो लोगो के बीच जाकर काम करती थी अब उसी जिले की विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन बना रही हैं.निशा बांगरे का जन्म मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में हुआ है
. जहां इन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की. इसके बाद इन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की. वर्ष 2016 में एमपी में डीएसपी के पद पर इनका चयन हुआ. वर्ष 2017 में एमपी में डिप्टी कलेक्टर के पद चयनित हुईं. इनके पति मल्टी नेशनल कंपनी में अधिकारी हैं. इनका विवाह भी काफी चर्चा में रहा था
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क्योंकि इनके द्वारा संविधान को साक्षी मानकर विवाह किया गया था. इनके एक बेटा भी है जिसकी उम्र 3 वर्ष है. बैतूल के आमला क्षेत्र में निशा बांगरे की पहली पोस्टिंग थी. इस्तीफा देने से पहले वह छतरपुर जिले के लवकुश नगर में एसडीएम थीं.निशा बांगरे के चुनाव लड़ने को आप क्या सोचते है हमें नीचे कमेट बाक्स में कमेट कर के बताये