सत्य खबर, नई दिल्ली ।
Petrol and diesel may become cheaper in India
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में बुधवार को 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. जिसकी वजह से ब्रेंट क्रूड ऑयल और डब्ल्यूटीआई के दाम 5 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा कम हो गए हैं. आंकड़ों के अनुसार बुधवार को बाजार बंद हुआ था तो खाड़ी देशों का तेल 86 डॉलर प्रति बैरल से भी कम था. वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूटीआई यानी अमेरिकी तेल के दाम 85 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे आ गए. जानकारों की मानें रूस द्वारा आने वाले दिनों में डीजल पर प्रतिबंध हटाने की बात सामने आ रही है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी सरकार के आंकड़ों से गैसोलीन की कमजोर मांग का संकेत मिलने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है.
कच्चे तेल की कीमतों के आंकड़ों को देखें तो इस साल कच्चे तेल के दाम में एक दिन के अंदर यह सबसे बड़ी गिरावट में से एक है. वैसे सऊदी अरब और रूस की ओर से प्रोडक्शन कट दिसंबर तक जारी रहेगा. लेकिन डिमांड कम होने से की वजह से जिस तरह से क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. अब धीरे-धीरे उम्मीद जागने लगी है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. हाल ही में भारत के पेट्रोलियम मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने ओपेक के जनरल सेकेट्री से बात की थी और कच्चे तेल की कीमतों को लेकर काफी गहन चर्चा की थी. हरदीप सिंह पुरी ने अपने सोशल मीडिया ऐप पर कहा था कि ओपेक मेंबर्स को उन देशों के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए जो आयात पर निर्भर हैं.
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भारत अपनी जरुरत का 85 फीसदी कच्चा तेल इंपोर्ट करता है. जिसमें 61 फीसदी की भागेदारी ओपेक देशों से है. भारत ने मई 22 से पेट्रोल और डीजल की कीमत कोई बदलाव नहीं किया है. देश में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सरकार ने करीब 40 दिनों के भीतर डॉमेस्टिक गैस सिलेंडर के दाम में कमी कर दी है. खासकर उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर के दाम 500 रुपये तक कम हो गए हैं. जिसमें 300 रुपये की सब्सिडी है. ऐसे में आम लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही पेट्रोल और डीजल के दाम में भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
कच्चे तेल के दाम हुए क्रैश
खाड़ी देशों का तेल ब्रेंट क्रूड ऑयल वायदा बुधवार को 5.11 डॉलर या 5.6 फीसदी गिरकर 85.81 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. वैसे गुरुवार सुबह ब्रेंट के दाम 86.02 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी तेल यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) 5.01 डॉलर या 5.6 फीसदी गिरकर 84.22 डॉलर पर आ गया. गुरुवार को सुबह 84.34 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. इससे पहले कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल पर आरने के कयास लगाए जा रहे थे. गैसोलीन की डिमांड होने के कारण कच्चे तेल की कीमतें नीचे आ गई. वैसे प्रोडक्शन कट अभी तक जारी है जो दिसंबर तक चलेगा.
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत
वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.