Rohtak PGIMS students question to government
रोहतक,दिनेश कौशिक,सत्यखबर। एमबीबीएस छात्र पिछले कई दिनों से सरकार से आर-पार की लड़ाई ते मूड़ में हैं। जैसे-जैसे समय बीत रहा है,, छात्रों के तेवर औक भी तल्ख होते जा रहे हैं,, छात्रों ने सरकार से सवाल किया है कि हरियाणा सरकार यह कह रही है कि हम सरकारी संस्थान में एमबीबीएस करने वाले छात्रों की पढ़ाई पर लगभग 80 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं। लेकिन हमें पता ही नहीं है कि वह 80 लाख रुपए कहां पर जा रहे हैं। क्योंकि ना तो उनके हॉस्टलों के हालात सही, दीवारों और छतों से पपड़ी उतर कर गिर रही है और वॉशरूम के भी हालात बहुत बुरे हैं।Rohtak PGIMS students question to government
एमबीबीएस छात्रों का कहना है कि पीजीआईएमएस रोहतक 1960 में बना था और इसका अपने आप में एक रुतबा है। बांड पॉलिसी के नाम पर हमसे 40 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। लेकिन एक बार हमारे हॉस्टल, बॉथरूम, एलटी रूम और लैब को एक बार आकर देख ले। कम से कम ऐसे हालात तो हों कि वह जानवरों के लायक ना होकर आदमी के रहने लायक हैं। अब हमें यह पता ही नहीं चल रहा है कि आखिर जो 80 लाख हमारी पढ़ाई पर लगाने का सरकार दावा कर रही है वह पैसा जा कहां रहे हैं। छात्रों ने कहा कि कई बार तो छतों और दीवारों से पपड़ी टूटकर गिरने के चलते हादसे भी हुए हैं।
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यही नहीं हॉस्टल रूम में खिड़की और दरवाजे भी बेहतर नहीं हैं। साथ ही छोटे छोटे कमरे हैं, जिसमें एक व्यक्ति मुश्किल से रह पाता है, वहां दो-दो छात्रों को एडजेस्ट किया गया है। हमारी तो फीस भी बढ़ाकर डबल कर दी गई है। लेकिन अगर इतना पैसा ले रहे हैं तो कम से कम हमें सुविधाएं तो दे दे। इसलिए इसके लिए भी हमें आवाज उठानी पड़ेगी। देखना होगा कि सरकार छात्रों के इस सवाल पर उन्हें क्या जवाब देगी या फिर इन बदहाल स्थिती को बेहतर किया जाएगा।Rohtak PGIMS students question to government
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