सत्यखबर, पटना।
Political atmosphere in Bihar
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में हैं. दरअसल, रामचरितमानस को लेकर उन्होंने विवदित बयान दिया था. जिसके बाद से ही वो बुरे फंस गये हैं. हर तरफ उनके बयान की आलोचना हो रही है. मंत्री जी के इस बयान के बाद से बीजेपी को नीतीश सरकार पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया है. वहीं, अब सवाल ये है कि क्या चंद्रशेखर सिंह की कुर्सी जा सकती है? हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इससे पहले जो नेता ऐसे ही विवाद में फंसे थे तो उनको कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था.
विवादों की वजह से कार्तिक को भी देना पड़ा था इस्तीफा
याद दिलाते चले की जब इससे पहले RJD कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री बने कार्तिकेय कुमार विवादों के घेरे में आ गए थे तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. कार्तिकेय के खिलाफ पटना में 2014 में अपहरण का केस दर्ज हुआ था और जिस दिन वे राजभवन में शपथ ले रहे थे, उसी दिन उनको कोर्ट में सरेंडर करना था. बीजेपी ने इस मुद्दे को खूब जोर शोर से उठाया और आखिरकार उनका मंत्री पद चला ही गया.
सुधाकर सिंह को भी गंवानी पड़ी थी कुर्सी
इसी तरह, सुधाकर सिंह का नाम भी इस लिस्ट में आता है. सुधाकर सिंह 2013 के चावल घोटाले के आरोपी हैं. उनके खिलाफ FIR भी दर्ज है. विपक्ष शुरू से ही इसे लेकर हमलावर रहा है. वहीं, सरकार में रहते ही उन्होंने ‘कृषि विभाग में चोरों के सरदार’ वाला बयान दिया था. जिस पर खूब बवाल मचा था. सीएम नीतीश कुमार ने भी उनको नसीहत दी थी कि ऐसे बयानों से बचें. वहीं, इसके बाद विवाद और बढ़ गया और सुधारकर सिंह को भी कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा.
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मंत्री चंद्रशेखर को लेकर माहौल गर्म
अब सवाल ये है कि क्या अगला नंबर चंद्रशेखर सिंह का होगा? चंद्रशेखर सिंह के खिलाफ चारों तरफ माहौल गर्म है. आरजेडी में तो राय बटी ही है, लेकिन विरोधियों के हमले तेज हो गए हैं. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने उनको लेकर कहा, “भारत और भारत के विचारों में भगवान श्रीराम का और श्रीकृष्ण का DNA है. रामायण के प्रथम रचयिता महर्षि वाल्मीकि रहे हैं, यह उनका अपमान है, सनातन धर्म का अपमान है और करोड़ों हिंदुओं का अपमान है.”
कांग्रेस ने भी की निंदा
कांग्रेस ने भी चंद्रशेखर के बयान की कड़ी निंदा की. बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा, “जिन्हें लगता कि माता-पिता का, गुरु का अपमान करना समाजवाद है, उन्हें ऐसा समाजवाद मुबारक… धार्मिक ग्रंथों ने हमें समाजवाद सिखाया है.”
RJD विधायक ने खुद को किया अलग
चंद्रशेखर के बयान से RJD विधायक विजय मंडल ने भी खुद को अलग कर लिया है. विजय मंडल ने कहा, “यह हिंदू धर्म का पवित्र ग्रंथ है. उसका बहुत सम्मान करते हैं. इस पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.” Political atmosphere in Bihar
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