सत्य खबर,नई दिल्ली । Speed of The Beaperjoy Storm
अरब सागर से निकला चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तबाही मचाने को तैयार है. बताया जा रहा है कि बिपरजॉय तूफान के मद्देनजर 150 किलोमीटर पु्रति घंटे की रफ्ताप से हवाएं चलेंगी. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर 90 की स्पीड से जब हवा चलती है तो पेड़, खंभे और कच्चे मकान सब उखड़ जाते हैं लेकिन कल्पना कीजिए जब 150 की रफ्तार से हवा चलेगी तो कितनी तबाही मचेगी, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है.
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कहा जा रहा है कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अभी गुजरात के कच्छ से करीब 290 किलोमीटर दूर है. कल शाम तक यह गुजरात के जखाऊ तट से गुजरेगा. कई हिस्सों में लैंडफॉल होगी. गुजरात के सभी जिलों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई है. मगर फिर सवाल वही है कि जब इतनी तेज गति से हवाएं चलेंगी तो लोगों का और रेस्क्यू करने वालों का क्या होगा.
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बिपरजॉय की जितनी स्पीड है, उतनी ही स्पीड गतिमान एक्स्प्रेस, वंदे भारत जैसे भारतीय ट्रेनों की है. जरा सोचिए! जब 35-40 की स्पीड से हवाएं चलती हैं, तो पेड़ और खंभे उखड़ जाते हैं. वहीं, जब हवा की स्पीड इससे थोड़ी बढ़ती है यानी जब हवा की रफ्तार 70-90 किलोमीटर प्रति घंटा होती है तो पेड़, खंभे के साथ-साथ कच्चे मकान तक गिर जाते हैं. वहीं, जब हवा की स्पीड 100-150 किमी. प्रति होगी तो सोचिए कितनी तबाही मचेगी?
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अब जरा इन आकड़ों पर एक नजर डालिए, आज से 25 साल पहले (1998) जब गुजरात में तूफान आया था, उस समय 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. इस तूफान ने गुजरात के साथ-साथ पूरे देश में भयंकर तबाही मचाई थी. गुजरात में अकेले ही 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. वहीं पूरे देश में करीब 10 हजार लोग मारे गए थे. अच्छी बात ये है कि बिपरजॉय से अभी तक कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. Speed of The Beaperjoy Storm