सत्य खबर, अंबाला ।
The mastermind of poisonous liquor in Haryana has links with Monu Rana gang.
जहरीली शराब मामले में अंबाला पुलिस ने अभी तक मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड मोगली 6 दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहा है। मोगली द्वारा नाम उगलने के बाद CIA शहजादपुर ने करनाल के रमनदीप उर्फ दीपू और अंशुल को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल की तस्करी की थी।
उधर, यमुनानगर CIA-2 ने जहरीली शराब की 110 पेटी जलाने में शामिल गोलनी के निशांत राणा को 2 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ में जुटी है। इस मामल में अंबाला SP जश्नदीप सिंह रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई खुलासे किए हैं। SP रंधावा के मुताबिक, गैंगस्टर मोनू राणा ने ही धनौरा के उत्तम और पुनीत को बोलकर यह अवैध फैक्ट्री मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को दिलाई थी। अंबाला पुलिस ने सभी आरोपियों और सप्लायर गिरफ्तार कर लिए हैं। मोगली ने यूपी से बुलाए थे मजदूर
SP रंधावा ने बताया कि गांव धनौरा निवासी पुनीत खेत मालिक उत्तम सिंह का मोनू राणा गैंग के जुड़े अंकित उर्फ मोगली से संपर्क कराया था। इसके बाद उत्तम ने मोगली को अपने खेत में बनी फैक्ट्री को किराए पर दिया था। खास बात ये है कि UP का रहने वाला आरोपी शेखर मोगली का पुराना जानकार था। किसी को अवैध फैक्ट्री की भनक न लगे इसलिए शेखर ही प्रवीण समेत अन्य मजदूरों को हरियाणा लेकर पहुंचा था। पुलिस ने सहारनपुर के सौरभ को 13 नवंबर को गिरफ्तार किया था। इसके पश्चात प्रिंस वालिया को गिरफ्तार किया था। आरोपी प्रिंस वालिया जहरीली शराब सप्लाई कर रहा था। 13 नवंबर को ही पुलिस ने मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को गिरफ्तार किया था। आरोपी मोगली पहले भी शराब बनाने का काम करता रहा है। साल 2021 में भी पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री में भी मोगली का हाथ था। करनाल की फैक्ट्री से 2 लाख में खरीदे थे इथेनॉल के 10 ड्रम पूछताछ में खुलासा हुआ कि क़लंदरी गेट करनाल के रहने वाले रमन उर्फ दीपा ने इथेनॉल की सप्लाई की थी। आरोपी दीपा कैटल की दवा फैक्ट्री में काम करता था। साल 2020-21 में आरोपी पार्ट टाइम में किसी फैक्ट्री से सैनिटाइजर लेकर बेचता था। जहां, सैनिटाइजर बनाए जा रहे थे, वहां आरोपी दीपा का संपर्क था। आरोपी वहीं से भारी मात्रा में इथेनॉल मंगवाता था। दीपा के जरिए ही अंकित मोगली की कंबोपुरा की फैक्ट्री के मालिक के साथ संपर्क हुआ था। मोगली ने 2 लाख रुपए में करनाल के फैक्ट्री मालिक अंकुश गर्ग से 200-200 लीटर के 10 ड्रम इथेनॉल के खरीदे थे।
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उन्हीं ड्रम मास्टरमाइंड ने शराब बनाते हुए इस्तेमाल किया। पुलिस आरोपी दीपा और अंकित को गहन जांच के लिए दोबारा कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी। कुरुक्षेत्र जेल में गैंगस्टर मोनू से हुआ मोगली का संपर्क SP रंधावा ने बताया कि मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को कुरुक्षेत्र में NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। कुरुक्षेत्र जेल में मोगली का गैंगस्टर मोनू राणा से संपर्क हुआ। SP ने बताया कि पुलिस ने जहरीली शराब सप्लाई करने वालों को भी गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य रूप से दुलयानी के विक्रम राणा, अध्योया के मोहित को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड ने शराब की खाली बोतल कालाअंब फैक्ट्री से खरीदी थी। स्टीकर दिल्ली के बबलू से तैयार कराए थे। इनके अलावा गैंगस्टर मोनू राणा के कारिंदे थंबड़ के प्रदीप, कपिल पंडित और गौरव को यमुनानगर पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। पुलिस मोनू राणा समेत अन्य आरोपियों को भी प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। मोगली पर शराब तस्करी-NDPS एक्ट के 9 मुकदमे दर्ज मोगली पर पहले भी 9 मुकदमे दर्ज हैं। हाल में अंबाला और यमुनानगर में 2-2 मुकदमे दर्ज किए गए। मोगली शराब की अवैध तस्करी में शामिल रहा है। कोविड में भी कालाअंब में भी एक्सा…
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