paper leak scandal close to Congress leader
सत्य खबर ,नई दिल्ली । राजस्थान में आरपीएससी पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका खुद को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धीरज गुर्जर का सहयोगी बताता रहा है. उसने सोशल मीडिया पर धीरज गुर्जर व अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ तस्वीरें भी शेयर की है. धीरज गुर्जर को कांग्रेस की राजनीति में राष्ट्रीय सचिव और प्रियंका गांधी का दाहिना हाथ माना जाता है. सत्ता के इसी ठसक में उसने जयपुर में एक छोटे से कोचिंग सेंटर से अपना काला कारोबार पूरे प्रदेश में फैला रखा था. राजस्थान में सांचौर के एक छोटे से गांव अचलपुर का रहने वाले सुरेश ढाका का पूरा परिवार राजनीति में है. वर्तमान उसके पिता मांगी लाल गांव के सरपंच है. इसकी ठसक का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि यह अपने कोचिंग सेंटर में बैठकर राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों का ट्वीटर हैंडल भी ऑपरेट करता था.paper leak scandal close to Congress leader
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसने सत्ता में अपनी हनक दिखाकर परीक्षा के तीन दिन पहले ही पेपर ऑउट कर लिया था. इसके बाद पेपर साल्व कराया और फिर साल्व पेपर इसने अपने बहनोई को वॉट्सऐप पर भेज दिया था. पुलिस ने बताया कि कई मंत्रियों के घर में इसकी उठ बैठ थी. इसलिए पुलिस भी इसके ऊपर भरसक हाथ डालने से बचती थी. हालांकि इसी तरह की जालसाजी के मामले में यह दो बार जेल जा चुका है. पुलिस ने बताया कि इसका कोचिंग सेंटर जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर उमंग क्लासेज के नाम से है. हालांकि इस कोचिंग में नाम मात्र ही पढ़ाई होती है. यहां मूल काम मंत्रियों के ट्वीटर हैंडल ऑपरेट करने, पेपर ऑउट कराकर उसे साल्व कराने और परीक्षा पास कराने की ठेकेदारी का होता था.
Also check this news links:
छात्राओं को फसाने की प्रोफ़ेसर की प्लानिंग से हर कोई हैरान, जानिए कैसे
ब्रेकिंग न्यूज़: स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर हरियाणा को मिले यह बड़े तोहफे
इस साल की पीएम मोदी की मन की आखरी बात, जानिए क्या कहा
दोस्ती में 12 साल का बच्चा बना हत्यारा,जानिए कैसे
मनी लान्डरिंग और पेपर लीक में गया था जेल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक साल 2017 में सुरेश ढाका को ईडी ने मनी लांडरिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. उसके बाद उसे यरवदा जेल भेज दिया गया था. यहां से जमानत पर बाहर आने के बाद दूसरी बार उसकी गिरफ्तारी पेपर लीक केस में हुई थी. हालांकि यहां से सत्ता की हनक के चलते वह 24 घंटे के अंदर ही जेल से बाहर भी आ गया था.
एक दूसरे के जीजा है विश्नोई और ढाका
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस वारदात के मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई और सुरेश ढाका एक दूसरे के जीजा है. दोनों ने एक दूसरे की बहन से शादी की है. सुरेश ढाका एक सोशल मीडिया एंफ्लूएंसर था और उसके फेसबुक और ट्वीटर पर लाखों की संख्या में फॉलोवर हैं. उसका ट्वीटर हैंडल ब्लू टिक वेरिफाइड है. अपनी प्रोफाइल्स में भी उसने खुद को मोटीवेटर है. कांग्रेस के कई नेता और मंत्री उसके एकाउंट का ना केवल फॉलो करते हैं, बल्कि उसके कई ट्वीट पर रिप्लाई भी किया है. वहीं उसका जीजा सुरेश विश्नोई एक सरकारी शिक्षक है. लेकिन वह स्कूल में कम शिक्षा विभाग के दफ्तर में ज्यादा नजर आता है.
15 दिन पहले तैयार हुआ था गिरोह
सेकेंड ग्रेड शिक्षक परीक्षा में पर्चा लीक कराने वाला यह गिरोह 15 दिन पहले ही गठित हुआ था. सुरेश ढाका के सहयोग से सुरेश विश्नोई ने पूरा गिरोह खड़ा किया. इस गिरोह के लोग दिनो रात अभ्यथियों की तलाश में जुट गए. उन्हें पास होने की 100 फीसदी गारंटी दी गई. बताया कि वह पहले भी कई परीक्षाओं में सफल रहे हैं. सभी अभ्यथियों से इनकी 5 से 15 लाख रुपये में डील हुई थी. इसमें आधी रकम आरोपियों एडवांस में लिया था. फिर परीक्षा के ठीक एक दिन पहले यानी 23 दिसंबर को सभी अभ्यर्थियों को उदयपुर बुलाकर रात में पेपर सॉल्व कराया गया था. फिर बस में बैठाकर इन सभी लोगों को जालौर भेज दिया गया.
चाय की थड़ी में हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह पर लोगों को शक हो गया था. इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस को भी शक तो हुआ, लेकिन मामला कंफर्म हुए बिना हाथ डालने की हिम्मत पुलिस की भी नहीं हुई. ऐसे में पुलिस ने इनका पीछा किया और सिरोही के पास एक चाय की थड़ी पर मामला कंफर्म होते ही पुलिस ने सभी को दबोच लिया. इसके बाद जब सुरेश विश्नोई से पूछताछ हुई तो उसने पूरी वारदात कबूल कर ली.paper leak scandal close to Congress leader
Aluminium scrap shipping Aluminum scrap quality assurance Metal compaction services
Aluminium scrap environmental impact Aluminium scrap slag processing Environmentally friendly scrap metal trading