सत्य खबर, चंडीगढ़।The process of transfer of primary teachers has started in Haryana, know when and how long it will happen.
हरियाणा के टीचर्स के लिए इन दिनों ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू है। प्राइमरी टीचर्स इंटर डिस्ट्रिक्ट की ट्रांसफर प्रक्रिया (PRT) अभी तक पूरी हो चुकी है। अब 2008 बैच के पीआरटी टीचर्स की प्रक्रिया 22 सितंबर से शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने पीआरटी की जिलेवार और श्रेणीवार रिक्तियों को प्रसारित किया था ताकि शिक्षक अपनी पसंद के जिले का चयन कर सकें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी दावा किया है कि अभी तक किए गए शिक्षकों के ट्रांसफर में 92 प्रतिशत टीचर्स को उनकी पहली पसंद का जिला मिला है।
324 पीआरटी ने किया था स्वेच्छा से आवेदन
हरियाणा के मौलिक शिक्षा विभाग के द्वारा PRT के लिए अंतर जिला स्थानांतरण अभियान शुरू किया था। इसमें विभिन्न जिलों से 324 पीआरटी ने स्वेच्छा से आवेदन किया था। इन 324 शिक्षकों को वरीयता अनुसार 21 जिलों का विकल्प भरने को कहा गया था। स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद 92 प्रतिशत शिक्षकों को उनकी पहली पसंद का जिला, 7 प्रतिशत शिक्षकों को दूसरी पसंद का जिला और 1 प्रतिशत शिक्षकों को तीसरी पसंद का जिला मिला है।
इस स्थानांतरण से शिक्षक संतुष्ट हैं और शिक्षकों ने पारदर्शी स्थानांतरण प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
ट्रांसफर में आई कानूनी अड़चनें
पीआरटी स्थानांतरण में कुछ कानूनी अड़चनें भी आई। विभाग ने 13 सितंबर को 2004, 2008 और 2011 बैच के PRT के लिए अंतर जिला स्थानांतरण, 2017 बैच के पीआरटी के लिए स्थायी जिला आवंटन और सभी श्रेणियों के शिक्षकों के सामान्य स्थानांतरण के लिए कार्यक्रम जारी किया था।
इस प्रक्रिया को त्रुटि रहित बनाने के लिए विभाग ने शिक्षकों को विभागीय पोर्टल पर अपना डाटा अपडेट करने के लिए पर्याप्त समय देकर डाटा अपडेशन पर काम किया। विभाग द्वारा 21 सितंबर, 2023 को तबादलों के आदेश जारी हो जाएंगे।
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दूसरे राज्य भी कर रहे फॉलो
सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि हरियाणा की ऑनलाइन टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी अन्य राज्यों द्वारा भी सराही जा रही है। वे इसका अनुसरण कर रहे हैं। यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक नई उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत है, जो बच्चों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।
मुख्यमंत्री ने खुद कई दौर की बैठकें कर ऑनलाइन स्थानांतरण नीति तैयार की है, जिससे शिक्षकों का अपने चुने हुए स्थान पर स्थानांतरण होता है और वे पूरे मन से बच्चों को शिक्षित करेंगे।