सत्य खबर, नई दिल्ली।
The strange story of resignation, withdrawal and then suspension of female constable Priyanka Mishra came into discussion on social media.
खबर आगरा से है बता दें आगरा में रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा की सेवा में वापसी और 48 घंटे के भीतर ही आदेश निरस्त होने का मामला चर्चा में बना हुआ है। आईए जानते है पूरा मामला—
कमिश्नरेट के बाबू ने तथ्य छिपाकर आदेश कैसे करा लिया। प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी।
इस प्रकरण में अकेला बाबू ही दोषी है या अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। अब इन सभी बिंदुओं की जांच होगी। करीब 25 माह पहले सेवा से त्यागपत्र दे चुकी महिला आरक्षी प्रियंका मिश्रा ने सेवा में वापसी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। त्यागपत्र पूर्व में स्वीकार हो चुका था। महिला सिपाही से ट्रेनिंग के दौरान खर्चे के लिए रुपये जमा कराए गए थे।
दोबारा नौकरी गंवाकर अवसाद में आई महिला सिपाही
बाबू के खेल से एक बार फिर प्रियंका मिश्रा अवसाद में आ गई है। सितंबर 2021 में सोशल मीडिया पर महज एक वीडियो अपलोड करने पर उनकी नौकरी चली गई। ट्रेनिंग का खर्चा भी भरना पड़ा।
आपको बता दें कि आगरा में रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा को दोबारा तीन दिन पहले नौकरी मिल गई थी। लिपिक जितेंद्र ने तथ्य छिपाकर सेवा में पुन: वापसी का आदेश पारित करा लिया था। इसकी जानकारी पर पुलिस आयुक्त ने लिपिक को निलंबित कर दिया।
सेवा में वापसी का आदेश भी निरस्त कर दिया।
पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि प्रियंका मिश्रा ने प्रार्थनापत्र दिया था। इसमें आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने, जीवन यापन में कठिनाई का हवाला देते हुए सेवा में पुन: वापसी का आग्रह किया।
उन्होंने नियुक्ति प्राधिकारी की ओर से निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए स्वविवेक के अनुसार निर्णय लिए जाने के लिए राय दी। मामले में त्यागपत्र के पश्चात सेवा में लेने से संबंधित नियमावली और आदेशों के लिए समस्त पत्रावली को पुलिस मुख्यालय भेजा जाना चाहिए था। इसके बाद ही अग्रिम आदेश पारित कराया जाना चाहिए था।
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रिवाल्वर के साथ बनाई थी रील
मूलत: कानपुर निवासी प्रियंका मिश्रा साल 2020 में पुलिस विभाग में सिपाही बनी थीं। उन्हें झांसी में प्रशिक्षण के बाद साल 2021 में आगरा भेजा गया। थाना एमएम गेट में महिला हेल्प डेस्क पर तैनात थीं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर रिवाल्वर हाथ में लेकर रील बनाई थी। उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था। ड्यूटी पर रहते हुए रील बनाने पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे।
मामला तत्कालीन एसएसपी मुनिराज जी. तक पहुंचा था। सिपाही को लाइन हाजिर किया। सिपाही ने आहत होकर खुद ही त्यागपत्र दे दिया। उनसे प्रशिक्षण में खर्च धनराशि भी जमा करा ली गई थी।
सितंबर 2021 में इसी म्यूजिक पर प्रियंका मिश्रा की रील वायरल हुई थी। त्यागपत्र देने पर सिपाही के इंस्टाग्राम फालोअर की संख्या 60 हजार से अधिक हो गई थी। उनके कई वीडियो सामने आए थे।
The strange story of resignation, withdrawal and then suspension of female constable Priyanka Mishra came into discussion on social media.