शहीद रविंद्र कुमार हुए पंचत्तव में विलीन
राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
पाक फायरिंग में गोली लगने से हुए थे शहीद
परिवार के लोगों ने शहादत पर जताया गर्व
दोनों बेटे भी आर्मी में जाकर करना चाहते हैं देश सेवा
सत्यखबर झज्जर जगदीप राज्याण
आपकी स्क्रीन पर सुनाई दे रहे भारत माता की जयकारे और राजकीय सम्मान के साथ विदाई ये अंतिम यात्रा है देश के लिए शहीद हुए नायब सूबेदार रविंद्र कुमार की….जो नए साल के दिन जम्मू कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी गोलाबारी के दौरान शहीद हो गए….जिसके बाद उनका शव आज उनके पैतृक गांव साल्हावास पहुंचा….जहां पहले उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई…जिसमें गांव को लोगों के साथ साथ शासन प्रशासन के लोग शामिल हुए और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी….और शहीद रविंद्र को अंतिम विदाई दी….वहीं ग्रामीणों का कहना है कि शहीद रविंद्र बहुत ही सिंपल स्वभाव और मिलनसार थे..
बता दें कि रविन्द्र के शहीद होने की सूचना बीती शाम उसके परिवार को सेना की तरफ से दी गई….सूचना के बाद शहीद रविन्द्र के घर और गांव में मातम छा गया….शनिवार को भी पूरा दिन गमगीन माहौल के बीच शहीद रविन्द्र के अंतिम संस्कार की तैयारियां की गई।
ग्राम पंचायत के फैसले के मुताबिक शहीद रविन्द्र की शहादत पर पूरे गांव और क्षेत्र को नाज है….शहीद के मामा और उनकी पत्ग्रानी का कहना है कि उनको रविंद्मीर की शहादत पर गर्व है….और वो उनके दो बेटों को भी आर्मी में भेजना चाहती है….
वहीं शहीद रविंद्र को भारत माता के जयकारों और राजकीय सम्केमान के साथ अंतिम विदाई दी गई…इस दौरान शहीद के बड़े बेटे ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी…बड़े बेटे का भी यहीं कहना है कि उनको अपने पिता की शहादत पर गर्व है….और वो भी उनके पिता की तरह आर्मी में जाना चाहते हैं…उनका सिलेक्शन भी हो चुका है…बस मेडिकल बाकी है…जिसके पोस्टपोंड करवाकर पिता की शहीदी की खबर सुन घर आए हैं…
गौरतलब है कि शहीद रविंद्र कुमार नई साल के पहले दिन पाक्सितान की तरफ से की गई गोलाबारी में शहीद हो गए थे…जिनका शव आज उनके पैतृक गांव पहुंचा….जहां उनको राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई….बता दें कि उनके दौ बेटे हैं…जिनमें से बड़े बेटे का आर्मी में सिलेक्शन हो चुका है…और दूसरा 12वीं क्लाश में पढ़ रहा है…और दोनों ही बेटे अपने शहीद पिता की तरह देश की सेवा करना चाहते हैं….
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