सत्य खबर, चंडीगढ़ ।
When surrounded over his statement of making Brahmin Deputy CM in Haryana, Hooda turned back, know what he said now
हरियाणा में ब्राह्मण को डिप्टी सीएम बनाने के बयान पर चौतरफा घिरने के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा बैकफुट पर आ गए हैं। उनकी ही कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने असहमति जताई ताे हुड्डा अपने बयान से पलट गए। अब उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार आने पर 4 डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। इनमें ब्राह्मण, दलित, OBC और सामान्य वर्ग के चेहरों को शामिल किया जाएगा। पूर्व सीएम ने कहा कि यह हमारी पार्टी की तरफ से यह अप्रूव फार्मूला है।
उन्होंने भाजपा के नेताओं के बयान पर कहा कि उन लोगों को बोलने दो वह क्या बोलते हैं। उन्हें नहीं पता कि वह पार्टी की नीति से 4 डिप्टी सीएम बनाने की बात कर रहे हैं।पूर्व सीएम ने रोहतक में किया था ये ऐलान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को रोहतक जिले के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया था। इस ब्राह्मण सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐलान किया था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आई तो ब्राह्मण समाज से डिप्टी सीएम होगा। वहीं मजबूत ब्राह्मण आयोग भी बनाया जाएगा।
भाजपा ने कहा था- ब्राह्मणों से हारे तो ब्राह्मण याद आ रहे
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हरियाणा में सरकार बनने पर ब्राह्मण डिप्टी सीएम बनाए जाने के बयान पर सियासत तेज हो गई है। वह भाजपा के साथ ही अपनी पार्टी के भी निशाने पर आ गए हैं। हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने उनके बयान पर कहा है कि हुड्डा पिता-पुत्र को पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के ब्राह्मण प्रत्याशियों ने शिकस्त दी थी, इसलिए उन्हें आज ब्राह्मण याद आ रहे हैं। दोनों को लोग पहचान चुके हैं, झांसे में नहीं आएंगे। धनखड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि अभी उन्हें टैक्सी मिली नहीं है और सवारी बिठा रहे हैं।
पार्टी अध्यक्ष ने कहा- ये तय करना हाईकमान का काम
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान को उन्हीं की पार्टी के अध्यक्ष उदयभान ने भी खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के बाद हाईकमान ही यह तय करता है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन बनेगा। अगर आवश्यक हुआ तो ही उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, लेकिन वह भी ऊपर से ही तय होता है। यह पूरी तरह से नेतृत्व का काम है। पार्टी हाईकमान सभी जातियों की राजनीति करता है। इसमें अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, ओबीसी, अल्पसंख्यक सभी शामिल हैं।