सत्य खबर चंडीगढ़ (कमलकांत गौरी) – हरियाणा को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने आज आंखमिचौली का खेल बंद कर दिया। उन्होंने आज प्रदेश में अपने बदलाव कर दिए। कुमारी शैलजा को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है। और भूपेंदर सिंह हुड्डा को सीएलपी का लीडर बना दिया गया है। उन्हें चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष भी बना दिया गया है।
ये बदलाव हुड्डा की ज़िद पर किए गए हैं। लेकिन इस बदलाव में आलाकमान ने हुड्डा की मुख्य मांग को नहीं माना है। हुड्डा की दो बड़ी मांगें थी। पहली की उन्हें सूबे के मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया जाए। और दूसरी की अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया जाए।
अशोक तंवर को तो प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह कुमारी शैलेजा को अध्यक्ष बनाया गया है। लेकिन आलाकमान ने उनकी ये बात नहीं मानी है कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया जाए।
कांग्रेस में ये बदलाव ऊपरी तौर से देखने में हुड्डा के लिए ठीकठाक हैं, लेकिन अंदर की बात ये है कि उनके समर्थक इसे लेकर खुश नहीं हैं। हुड्डा ने पार्टी के अंदर जो विरोध शुरू किया था तो उस समय उनकी मांग थी कि उन्हें ही पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाए। आलाकमान ने उनकी ये बात नहीं मानी। फिर वो शैलेजा को अध्यक्ष बनाने पर राज़ी हो गए। पिछले दिनों वो इस बात के लिए ज़िद करते रहे कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया जाए। आलाकमान ने ये बात भी मानने से इनकार कर दिया।
उन्हें सीएलपी के नेता और चुनाव प्रबंधन का अध्यक्ष बनाया गया है। लेकिन अध्यक्ष होने के नाते टिकट वितरण और दूसरी बातों में शैलेजा की ज़्यादा चलेगी।
बता दें कि कल हुड्डा ने 35 सदस्यीय समिति की बैठक की थी। इस बैठक में सदस्यों ने उनसे साफ कह दिया था कि नई पार्टी बनाने का वक्त नहीं रहा। कांग्रेस के अंदर रहकर जो मिलता है, ले लें। साफ है कि हुड्डा ने कमेटी के सदस्यों की बात मान ली है।
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