सत्यखबर,चंडीगढ़
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन पर बड़ा बयान दिया है. सीएम ने कहा कि किसान बड़ा पवित्र शब्द है, लेकिन इस आंदोलन के साथ कुछ दुखद घटनाएं हुई हैं. जिससे ये किसान शब्द बदनाम हो रहा है. इस आंदोलन में बहन बेटियों की इज्जत लूटी जा रही हैं, अपराध हो रहे हैं, लेकिन हम लगातार संयम बरत रहे हैं. हमारे बारे में कुछ भी कहा जाता है लेकिन हम सहन कर रहे हैं. संयम की भी कोई सीमा होती है. इस सीमा को पार करना किसी के हित में नहीं है.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि जिस दिन टकराव होगा उस दिन संयम टूट जाएगा. किसान शब्द की पवित्रता ये लोग खत्म कर रहे हैं. जो लोग आंदोलन कर रहे हैं वो किसान नहीं हैं. उन्होंने कहा किसान कृषि कानूनों पर बिना कमियां बताएं आंदोलन कर रहे हैं. सरकार बातचीत को तैयार है लेकिन किसान अपनी आपत्ति तो बताएं. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर भी इस बात को कह चुके हैं.
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वहीं सीएम खट्टर ने कहा कि किसानों ने जींद में लिख कर दिया था कि आंदोलन शांतिपूर्ण होगा. हम किसानों की दस फ़सलें एमएसपी पर खरीद रहे हैं. टोल प्लाजा को लेकर नितिन गडकरी से बात हुई है. उन्होंने टोल प्लाजा खोलने के लिए कहा है. लेकिन हमने कहा ये आपकी प्रोपेर्टी है आप फैसला करें. हमने केएमपी पर 3 टोल प्लाजा शुरू करा दिए हैं.
बता दें कि किसान कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी के गारंटी कानून को लेकर पिछले करीब 7 महीने से दिल्ली की सीमाओं को घेरे हुए बैठे हैं..ऐसे में सरकार और किसानों के बीच 12 दौर की बातचीत हो चुकी है….जो बिना किसी नतीजे की रही है…वहीं 26 जनवरी की हिंसा के बाद किसान और सरकार के बीच बातचीत को लेकर डेडलॉक लगा हुआ है..जो टूटने का नाम नहीं ले रहा है..ऐसे में ना तो सरकार झुकने को तैयार है और ना ही किसान….तो वहीं आज प्रदेश के मुखिया ने चेतावनी लहते में साफ कह दिया है कि जिस दिन टकराव होगा उस दिन संयम टूट जाएगा|
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