सत्यख़बर डेस्क
जब पिछले साल कोरोना महामारी हुई थी, तो यह कहा गया था कि यह बच्चों के लिए बहुत खतरनाक नहीं था और बच्चे उस समय संक्रमित भी नहीं थे। लेकिन वायरस के नए संस्करण B.1.1.7 और B.1.617 कोरोना की दूसरी लहर में बच्चों के लिए बहुत खतरनाक हैं और बड़ी संख्या में बच्चे भी दूसरी लहर में कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में मातापिता की चिंता बढ़ती जा रही है।
कोरोना वेक्सिन लेने के बाद लोगों मे एक आम सवाल.. समागम के क्या होंगे नुकसान?
नवी मुंबई के फोर्टिस अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सुभाष राव का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में उलटा रुख देखा गया है। पिछले साल जहां ज्यादातर बच्चे स्पर्शोन्मुख थे उनमें कोई लक्षण नहीं दिखा। जबकि इस साल दूसरी लहर बच्चों में लक्षण दिखा रही है और संक्रमण बच्चों से वयस्कों तक फैल रहा है।
यह लक्षण दिखें तो बच्चे का रिपोर्ट तुरंत करवाइए..
- बुखार
- सर्दी
- खांसी
- दस्त
- उल्टी
- भूख न लगना
- थकान महसूस करना
- सांस लेने में कठिनाई
डॉ.राव ने कहा कि अगर बच्चा कोविड -19 संक्रमण के लक्षण दिखाता है तो आरटीपीसीआर परीक्षण अगले दिन किया जाना चाहिए। वे कहते हैं कि बच्चे सुपरस्प्रेडर बन सकते हैं और वे संक्रमण को अन्य बच्चों और वयस्कों में जल्दी से फैला सकते है।
Aluminium scrap verification Aluminium recycling systems Scrap metal buyers