सत्यखबर सोनीपत (ब्यूरो रिपोर्ट) – शराब घोटाले का किगपिन कहा जाने वाला भूपेंद्र ने रिमांड अवधि में पूछताछ के दौरान कई अहम राज उगले हैं। उसने बताया कि शराब पंजाब के राजपुरा से लाई जाती थी और उसका लेबल बदल दिया जाता था। पुलिस के अनुसार पूछताछ में भूपेंद्र ने बताया कि लेबल बदलकर सस्ती शराब को महंगा बनाया जाता था और उसे आगे विभिन्न महंगे ब्रांड की शराब के रूप में अलग-अलग जगहों पर बेच दिया जाता था।
डीएसपी जितेंद्र कुमार का कहना है पूछताछ में सामने आया है कि गोदाम से ज्यादातर शराब लॉकडाउन के दौरान ही निकाला गया है। क्योंकि लॉकडाउन में शराब पंजाब से आनी बंद हो गई थी, लेकिन ठेके बंद होने के बाद मांग बहुत बढ़ गई थी। ऐसे में उसने खरखौदा में उसी के गोदाम में रखी केस प्रॉपर्टी की शराब को बेचने की तैयारी कर ली और तत्कालीन थाना प्रभारी जसबीर सिंह के साथ मिलकर इस शराब को यहां से निकालकर बेच दिया। लॉकडाउन के दौरान जहां ठेके बंद हो गए थे तो शराब की हर बोतल का रेट ब्लैक में दोगुने से भी ज्यादा हो गया था। गोदाम से शराब निकालने के बाद पुलिस गिरफ्त में आए भैंसरु निवासी सतीश इसे आगे बेचने का काम करता था।
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