सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का लाख दावा करती हो, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ ओर बयां कर रही है, क्योंकिग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में या तो डॉक्टर उपलब्ध नहीं है या मरीजों का इलाज करने के लिए सामान नहीं है। इसका एक उदाहरण गांव दनौदा की पीएचसी का दिया जा सकता है। जिला पार्षद मोनू दनौदा, बारू राम, दिलीप सिंह, हरदयाल सिंह, शंकुतला, मीना, ममता, विक्रम, राजेश, श्वेता सिंह आदि ग्रामीणों का कहना है कि पीएचसी में दंत चिकित्सक तो अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन दंत चिकित्सा कक्ष में मरीजों का इलाज करने के लिए डेंटल चेयर उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण मरीजों को दवाईयां आदि लिखकर दे दी जाती हैं। उन्होंनेक कहा कि अगर किसी मरीज के दांतों में ज्यादा दर्द होता है, तो उसे या तो नरवाना के नागरिक अस्पताल मेें जाना पड़ता है या हिसार की ओर रूख करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कई बार विभाग से मांग उठाई जा चुकी है, लेकिन विभाग इस मामले को लेकर गहरी नींद में सोया हुआ है। मोनू दनौदा ने कहा कि सरकार की उदासीनता के कारण डॉक्टर यहां से तबादला करवा लेते हैं, जिसके कारण ग्रामीणों का परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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