सत्य खबर जींद (रोहताश भोला) :- सुनने में थोड़ा ताज्जुब हो सकता है….क्योंकि दो युवाओं ने जिन्होंने पहले कभी खेती नहीं की थी….उन्होंने अब 7 तरह की गोभी, 3 रंग की शिमला मिर्च और 3 तरह के करेला को उगाया है…..ये सब्जियां हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं…..जिस भी व्यक्ति को इनके बारे में पता लग रहा है…वही उन्हें देखने के लिए खेत में पहुंच रहा है….बता दें कि इस तरह की खेती करने वाले जींद जिला के गांव कंडेला का सोनू और उसका ममेरा भाई पवन है…पेशे से दोनों इंजीनियर हैं…एक मैकनिकल तो दूसरा सिविल इंजीनियर है…..दोनों भाईयों ने 9 माह पहले प्राइवेट नौकरी को छोड़कर अत्याधुनिक मल्टी वैरायटी वैजीटेरियन क्रॉप को चुना था
इसके लिए बकायदा दोनों ने कई जगहों पर ट्रेनिंग भी ली…फिर खेत में एक एकड़ जमीन में नेट हाऊस लगाया…अब फसल ने पैदावार देनी शुरू कर दी है….लेकिन दोनों भाईयों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये पैदा हो गई है कि इन रंग-बिरंगी सब्जियों को वो कहां बेचे….क्योंकि आसपास की सब्जी मंडी में इनकी इतनी डिमांड नहीं है और बड़े शहरों के बिग बाजार या फिर मार्ट आदि में लॉकडाउन के चलते इन्हें पहुंचा पाना आसान नहीं है….हालांकि दोनों भाई इस प्रयास में हैं कि ऑनलाइन ऑर्डर लेकर इन सब्जियों को किसी तरह से चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में खुले बिग बाजार तक पहुंचाया जाए
वीओ- गांव कंडेला के सोनू ने बताया कि वो और उसका ममेरा भाई पवन पेशे से इंजीनियर हैं…दोनों ने 8 और 10 साल प्राइवेट कंपनी में नौकरी की है…लेकिन करीब एक साल पहले उन्होंने सोचा कि अब वो खुद का काम शुरू करेंगे….चलिए सुनवाते हैं उन्होंने और क्या कुछ कहा….
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बहराल लॉकडाउन के कारण इन्हें अब सब्जियों को बेचने में दिक्कत आ रही है….क्योंकि इन सब्जियों की जींद और आसपास की मंडियों में इतनी डिमांड नहीं हैं…वो अब बिग बाजार, मार्ट आदि से संपर्क कर रहे हैं और पैकिंग कर इन सब्जियों को ऑर्डर मिलने के बाद वहां सप्लाई किया जाएगा..
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