अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने जींद के डीसी से की मांग इस बात का लगाया जाये पता की आखिर यह युवक कहां से आया हैं
सत्यखबर, जींद: जीन्द में लोक डाउन के चलते एक ऐसा प्रदेशी फंस कर रह गया है जिसका न देश पता है न प्रदेश। यह प्रदेशी पिछले कईं दिनों से प्रशासन द्वारा भिवानी रोड स्थित जयंती विद्या मंदिर स्कुल में बनाए गए शैल्टर होम में ठहरा हुआ है। लेकिन यह प्रदेशी कहां से आया है इस बारे में किसी को भी कुछ अता पता नहीं है। यह युवक न सुन सकता है न बोल सकता है। सिर्फ लिख सकता है लेकिन जो लिखता है वह भाषा किसी की समझ में नहीं आ रही। इस युवक को देखने से भी समझ नहीं आ पा रहा कि यह किस प्रदेश का है यह फिर किस देश का। अग्रवाल समाज के अध्यक्ष व् प्रमुख समाज सेवी राजकुमार गोयल ने जींद के डीसी आदित्य दहिया से मांग की है इस बारे पता लगाया जाये की जो युवक प्रशासन द्वारा बनाये गए शेलटर होम में पिछले लोक डाउन के समय से लगातार रह रहा है आखिर वह युवक आया कहां से है और उसकी पहचान क्या है। गोयल का कहना है की वे अपनी टीम के साथ लगातार शेलटर होमों में जा जाकर प्रवासियों के सम्पर्क में रहते हैं। उन्हें खाद्य सामग्री इत्यादि उपलब्ध कराते हैं। उन्हें क्या क्या समस्यायें हैं ? उन्हें क्या क्या जरूरत है इस बारे उनसे रूबरू होते रहते हैं। उनकी जो जो समस्याएं हैं उन्हें दूर करने का प्रयास भी करते हैं। इसी सेवा के दौरान उन्हें इस यूवक़ का पता चला और जब इस युवक से बात करनी चाही तो यह सब खुलाशा हुआ की यह युवक न सुन सकता है न बोल सकता है। सिर्फ लिख सकता है। लेकिन जो लिखता है वह भाषा किसी की समझ में नहीं आ रही। यह भी पता चला की इस युवक के पास उसका कोई आधार कार्ड या अन्य आईडी कार्ड भी नहीं है। जिससे इस युवक की कोई पहचान हो सके। युवक के पास खुद का कोई मोबाइल नंबर भी नहीं है। प्रमुख समाज सेवी राजकुमार गोयल ने जींद के डीसी जींद आदित्य दहिया से मांग है की इस युवक का पता लगाया जाये की आखिर यह युवक कहां से आया है। ताकि इस युवक की पहचान हो सके। गोयल का यह भी कहना है की क्या पता इसके घर वालों का इसकी इन्तजार में रो रोकर बुरा हाल हो क्योंकि उन्हें अब तक शायद यह भी नहीं पता हो की उनका बेटा लोकडाउन में फंसा हुआ है और जींद के शेलटर होम में ठहरा हुआ है। इस युवक का पता चलने से इसके घर वालों तक भी सुचना दी जा सकेगी।
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इससे पहले भी राजकुमार गोयल केरला से आयी एक महिला को दूसरी जगह शिफ्ट करवा चुके हैं। इस महिला को भिवानी रोड स्थित शेलटर होम में ठहराया हुआ था। यहां यह महिला 100 पुरुष प्रवासियों से बीच अपने आप को अकेलापन मह्सुश कर रही थी। राजकुमार गोयल ने प्रशासन से बातचीत करके इसे यहां से रेन बसेरा में शिफ्ट करवाया। इसके इलावा भिवानी रोड स्थित शेलटर होम में मुरादाबाद का 85 साल का एक ऐसा बुजुर्ग ठहरा हुआ था जो लगातार अपने घर वालों को याद करके रो रहा था। उसके आंसू रोके नहीं रुक रहे थे। बस बार बार एक ही बात कह रहा था मुझे किसी तरह मेरे घर भिजवा दो।राजकुमार गोयल के प्रयासों से यह बुजुर्ग अपने भाई तक पहुँच पाया और इस तरह दो बुजुर्गों भाइयों का मिलन हुआ। इसके इलावा एक प्रवासी जिसके पैदल चलते चलते पांवों में छाले पड़ गए थे को भी राज कुमार गोयल द्वारा गंतव्य तक पहुंचाने में मदद की गयी ।
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