सत्यखबर चंडीगढ़ (ब्यूरो रिपोर्ट) – चौथी सूचि के 30 उम्मीदवार
1. दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां)
2014 में 26 साल की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के सांसद बने। कभी चौधरी भजनलाल के गढ़ रहे हिसार में अपनी चुनौती दी और बेहद कड़े मुकाबले में 4 लाख 95 हजार (43%) वोट लेकर चुनाव जीते। सांसद के तौर पर शानदार काम किया और हरियाणा के इतिहास के हिसाब से सबसे ज्यादा सवाल पूछे और सर्वाधिक चर्चाओं में हिस्सा लिया। विदेश में पढ़े लिखे दुष्यंत चौटाला ने सांसद बनने के बाद भी एलएलएम और मास कम्यूनिकेशन की डिग्रियां हासिल की। सांसद के तौर पर हिसार लोकसभा क्षेत्र में एमपीलैड का 100 फीसदी से ज्यादा इस्तेमाल कर अभूतपूर्व काम किया। विपक्ष का सांसद होने के बावजूद देश का जिला स्तर का पहला पासपोर्ट सेवा केंद्र खुलवाने, टेलिफोन एक्सचेंज को आधुनिक बनवाने आदि दर्जनों महत्वपूर्ण काम करवाए। देश भर के किसानों की आजीविका के साधन ट्रैक्टर को कमर्शियल घोषित होने से बचाने के लिए ट्रैक्टर पर संसद गए और किसानों की आवाज़ बनकर सरकार को फैसला वापिस लेने पर मजबूर किया।
2. तेज बहादुर यादव (करनाल)
हाल ही में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए दुष्यंत चौटाला के साथ जुड़े पूर्व फौजी तेज बहादुर इससे पहले वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे परन्तु किन्हीं कारणों के चलते उनका नामांकन रद्द हो गया था। इससे पहले तेज बहादुर उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने सेना में रहते हुए सैनिकों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर एक विडियो जारी किया था और देशभर में मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक यह मामला खूब उछला था।
3. निर्मल सिंह मल्हड़ी (कालांवाली)
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव लड़ चुके 37 वर्षीय युवा निर्मल सिंह सब्जी बेचने का काम करने वाले साधारण भूमिहीन परिवार के संबंध रखते हैं। पिता और बुजुर्ग मजदूरी के काम से जुड़े रहे, पत्नी अध्यापिका हैं। मजहबी सिख बिरादरी से हैं और पंजाबी लोकसंगीत-संस्कृति के प्रचार से जुड़े रहे हैं। दूरदर्शन और सामाजिक आयोजनों में अब तक पंजाबी लोकसंगीत पर आधारित 1000 से ज्यादा कार्यक्रम कर चुके हैं। निर्मल सोच चैरिटेबल ट्रस्ट के संयोजक है जो सिरसा-फतेहाबाद क्षेत्र में गरीब लड़कियों की शादी, मुफ्त इलाज, जरूरतमंदों की मदद से जुड़े काम करता है। 2014 में हरियाणा लोकहित पार्टी से कालांवाली से चुनाव लड़ा और लगभग 16 हजार वोट लिए। युवा निर्मल सिंह का गांव मल्हड़ी, जिला सिरसा है और वे गरीब परिवार में जन्म लेकर लोकसंस्कृति के ध्वजवाहक और समाजसेवी के रूप में अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं।
4. अर्जुन सिंह (जगाधरी)
जेजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। किसान परिवार से जुड़े अर्जुन सिंह साल 2005 से 2009 तक छछरौली विधानसभा सीट से बीएसपी के विधायक थे।
5. डॉ. संतोष दहिया (लाडवा)
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। डॉ. दहिया देश की सशक्त महिला व समाजसेवी के रूप में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित हैं। संतोष दहिया सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत की महिला विंग की अध्यक्षा हैं। अतर्रराष्ट्रीय खिलाड़ी साल 2014 में बेरी विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा है। दहिया अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी रह चुकी है।
6. हरपाल सिंह कंबोज (अंबाला सिटी)
जेजेपी के शहरी जिला प्रधान हैं। साल 2000 से जेजेपी संरक्षक डॉ. अजय सिंह चौटाला के साथ लगातार काम कर रहे हैं। इनेलो पार्टी में सक्रिय तौर पर प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य, हलका प्रधान और युवा जिला प्रधान के पदों पर कार्य करने का अनुभव। कंबोज समाजसेवी भी हैं और अपनी एक निजी समाजसेवी संस्था के जरिए बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाएं है।
7. अमरनाथ बग्गन (मुलान)
जेजेपी के एससी सैल प्रकोष्ठ में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। साल 2004 में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में चीफ सेशन सुपरवाइजर (CSS) की नौकरी छोड़कर राजनीति में सक्रिय हुए। किसान परिवार से जुड़े अमरनाथ बग्गन ने 2009 में मुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
8. ईश्वर सिंह पलाका (शाहबाद)
यमुनानगर से जेजेपी के जिला प्रधान हैं। 2005 से 2009 तक रादौर विधानसभा सीट पर इनेलो पार्टी से विधायक रह चुके हैं। पलाका के पास इनेलो पार्टी में प्रदेश माहासचिव व एससी सैल के प्रदेश उपाध्क्ष जैसे पदों पर काम करने का अनुभव है।
9. शैलेश त्यागी (यमुनानगर)
यमुनानगर से जेजेपी के शहरी हलका प्रधान हैं। व्यवसायी शैलेश त्यागी पांच साल तक यूथ कांग्रेस और व्यापार सैल के जिला प्रधान रहे है। वे बहुजन समाज पार्टी में अंबाला लोकसभा के प्रभारी भी रहे।
10. रणधीर मलिक (गन्नौर)
रणधीर मलिक 1987 में चौधरी देवीलाल जी की सरकार में मंत्री रहे वेद सिंह मलिक के छोटे भाई है। गांव पिपली खेड़ा में लंबे समय तक सरंपच रहे। अपने हलके में सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं।
11. अजित अंतिल (राई)
जेजेपी के जिला प्रधान महासचिव हैं। 2005 में राई सीट से चुनाव लड़ा था और अच्छे वोट लेते हुए दूसरे स्थान पर रहे थे। राई ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन भी रहे।
12. पवन खरखौदा (खरखौदा)
2014 में आजाद उम्मीदवार के तौर खरखौदा सीट पर चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रहे। पवन के दादा भरत सिंह गांव खरखौदा के लंबे सयय तक सरपंच थे और खरखौदा कमेटी के पूर्व चेयरमैन भी थे।
13. भूपेंद्र मलिक (बरोदा)
मलिक गोत्र के बड़े गांव भैंसवाल कलां के निवासी हैं। गोहाना मार्किट कमेटी पूर्व चेयरमैन भी रहे। लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य करने का अनुभव।
14. योगेश शर्मा (थानेसर)
युवा योगेश इनसो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जेजेपी के जिला कार्यलय सचिव हैं। बीटेक की डिग्री हासिल कर चुके योगेश 2004 से छात्र राजनीति में सक्रिय हैं।
15. राहुल मक्कड़ (हांसी)
जेजेपी के शहरी हलका प्रधान हैं। राजनीतिक परिवार से जुड़े राहुल तीन बार विधायक एंव MITC व वन विभाग के चैयरमेन रह चुके स्व. कामरेड अमीरचंद मक्कड़ के पौते हैं। व्यवसायी राहुल अपने हलके में समाजसेवी के तौर पर भी काम कर रहे हैं।
16. राजेन्द्र वाल्मीकि (कलानौर)
गांव पटवापुर के दो बार सरपंच रह चुके है। मौजूदा जिला पार्षद और जिला परिषद के वाइस चेयरमैन है। बेदाग छवि वाले राजेंद्र वाल्मीकि अपने पूरे हलके की जनता के साथ मिलनसार व्यक्ति हैं।
17. हरज्ञान सिंह मोखरा (महम)
पिछले 10 साल से हलके की सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे है और काफी साल से इंडियन नैशनल लोकदल पार्टी में सक्रिय नेता के रूप में काम किया था। जननायक जनता पार्टी बनने के बाद बतौर कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रुप से काम किया और आज पार्टी में प्रदेश सह सचिव के रूप में सर्किय तौर से पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं।
18. ओपी सिहाग (ऐलनाबाद)
जेजेपी के पंचकूला शहरी जिला प्रधान हैं। छात्र जीवन से छात्र राजनीति में सक्रियता। 1980 में कृषि महाविद्यालय, हिसार के चीफ काउंसलर रहे। 1982 में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। डॉ. अजय सिंह चौटाला के संघर्ष के साथी रहे। 1989-90 में चौधरी ओम प्रकाश चैटाला तत्कालीन मुख्यमंत्री हरियाणा के साथ अतिरिक्त रानीतिक सचिव के रुप में कार्य किया तथा चौ0 ओमप्रकाश चैटाला ने दडबा कलां विधानसभा का चुनाव लड़ा तो चुनाव में सक्रीय भूमिका निभाई। सितंबर 1990 से सचिव नगर परिषद व बतौर कार्याकारी अधिकारी हरियाणा की विभिन्न नगर परिषदों व नगर निगमों में सरकारी अधिकारी के रुप में उल्लेखनीय कार्य किए। 31 मार्च 2018 को नगर निगम पंचकूला से बतौर कार्यकारी अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त होने उपरांत जेजेपी के गठन होने के बाद डॉ. अजय सिंह चैटाला व दुष्यंत चैटाला के नेतृत्व में जेजेपी में शामिल हुए।
19. गुरपाल सिंह (अंबाला कैंट)
अंबाला पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन।
20. दयानंद उरलाना (इसराना)
जेजेपी टपरीवास सैल के प्रदेश अध्यक्ष हैं। बिजली विभाग से रिटायर्ड एक्सईएन उरलाना मौजदा जिला परिषद के सदस्य भी हैं।
21. ब्रह्मपाल रावल (समालखा)
जेजेपी के हलका प्रधान हैं।
22. दयानंद कुंडू (सफींदो)
जेजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य हैं। पिल्लूखेड़ा ब्लॉक समिति के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं। दयानंद कुंडू 1974 में चौधरी देवीलाल जी के साथ जुड़कर राजनीति में सक्रिय हुए।
23. कुलदीप कारिवाला (रानियां)
कुलदीप किसान परिवार से शिक्षित युवा हैं। जेजेपी के युवा हलका प्रधान हैं। कुलदीप इससे पूर्व इनेलो पार्टी में भी लंबे समय तक युवा हलके प्रधान रह चुके है। जट सिख समुदाय से जुड़े हैं।
24. मंजू बाजीगर (रतिया)
जेजेपी के महिला प्रकोष्ठ में प्रदेश सहसचिव हैं।
25. अलका आर्य (लोहारू)
जेजेपी में लोहरू के बहल ब्लॉक की महिला प्रधान हैं। अलका भिवानी से जिला पार्षद भी हैं। शिक्षक के तौर पर अपने एक प्राइवेट शिक्षण संस्थान का संचालन करती है। अलका आर्य के ससुर पूर्व सरपंच स्व. दयानंद आर्य जी लंबे समय से चौधरी देवीलाल जी की विचाधारा से जुड़े हुए थे।
26. मलखान सिंह (रेवाड़ी)
किसान परिवार जुड़े मलखान सिंह गांव मालपुरा के सरपंच हैं। वहीं रेवाड़ी जाट महासभा के प्रधान भी हैं। सामाजिक कामों में सक्रियता।
27. सतबीर तंवर (होडल)
जेजेपी के एससी सैल के जिला प्रधान हैं। व्यवसायी सतबीर तंवर बीएसपी पार्टी में होडल विधानसभा से प्रभारी थे।
28. इस्लामुद्दीन (बड़खल)
2009 में आजाद उम्मीदवार के तौर पर बड़खल सीट से चुनाव लड़ा है।
29. सुरेश वर्मा (बल्लभगढ़)
सुरेश वर्मा व्यवसायी हैं। हाल ही में इनेलो पार्टी से जेजेपी में शामिल हुए है।
30. प्रदीप चौधरी (तिगांव)
जेजेपी पंचायती प्रकोष्ठ के जिला प्रधान हैं। युवा प्रदीप प्रॉपर्टी डीलर का काम करते हैं।
पांचवीं सूचि के पांच उम्मीदवार
1. नैना सिंह चौटाला (बाढ़डा)
डबवाली से पूर्व विधायिका एवं जेजेपी की वरिष्ठ नेत्री हैं। नैना चौटाला ने महिलाओं को राजनीति के प्रति जागरूक करने के लक्ष्य से चल रही “हरी चुनरी चौपाल” का संचालन करते हुए 55 से ज्यादा हलकों मे सफल चौपालों का आयोजन किया।
2. शशिवाला तेवतिया (पिरथला)
जेजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्या हैं। 2009 में पिरथला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
3. अजय गौतम (पंचकूला)
अन्ना आंदोलन से राजनीति में सक्रिय हुए। लंबे समय से आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे। वे आप में प्रदेश प्रवक्ता व प्रदेश सह संगठन मंत्री के पद पर थे। इनकी जिले में सामाजिक कार्यों में सक्रियता हैं।
4. बृज शर्मा (अंसध)
जेजेपी में राष्ट्रीय महासचिव हैं। इससे पहले इनेलो में विभिन्न पदों पर काम करने का अनुभव। इनेलो में 12 वर्ष तक जिला प्रधान रहे, करीब 13 साल राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहे। करीब 12 साल गौड़ ब्राह्मण सभा में समाजिक सेवा की।
5. जोगी राम सिहाग (बरवाला)
वरिष्ठ नेता जोगी राम दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके है। हाल ही में जेजेपी में शामिल हुए जोगी राम सिहाग काफि लंबे से भाजपा से जुड़े हुए थे। वे हरियाणा हाउसिंग कोर्पोरेशन लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन भी रहे।
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