जो वफा का सिला नहीं देते, हम उन्हें दगा भी नहीं देते गजल सुनाकर किया मंत्रमुग्ध
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
आर्य वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्रांगण में साहित्य शिखा संस्था द्वारा संगीत एवं साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में नगर के समाजसेवी, संगीतज्ञ व साहित्यकार उपस्थित रहे। इसकी अध्यक्षता साहित्कार एवं सहित्य शिखा के अध्यक्ष उपेंद्र गर्ग ने की। गोष्ठी का संचालन संस्था के महासचिव एवं गीतकार असीम राना ने किया। गोष्ठी के प्रारंभ में नरवाना के लोकप्रिय संगीतज्ञ प्रेम रावल की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। प्रो. रमेश ने प्रेम रावल की स्मृति में कहा कि तुम ऐसा गीत थे, होठों पर जो आ जाता था, कभी। आर्य समाज के पूर्व प्रधान आदित्य आर्य ने अपने राष्ट्र प्रेम के भावों को बलि हुए जो देश की खातिर, गीत के माध्यम से प्रकट किया। डॉ. सुदर्शन सिंगला ने गायक मुकेश द्वारा गाये गीत, हम तुझसे मोहब्बत कर के सनम, गाया। संगीत शिक्षिका कमल शर्मा ने भी एक गीत की प्रस्तुति दी। उन्होंने दुनिया से जाने वाले, जाने चले जाते हैं कहां गाकर प्रेम रावल को याद किया। शायर विश्वेश्वर श्योकंद ने कहा, जो वफा का सिला नहीं देते, हम उन्हें भी दगा नहीं देते।