सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: नगर की प्रतिष्ठित कंपनी स्काईलार्क फीइस प्राईवेट लिमिटेड के साथ एक ट्रांसपोर्टर द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। कंपनी की शिकायत पर सफीदों पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। सफीदों पुलिस को दी कंपनी के निदेशक जगबीर ढुल की शिकायत पर बीएसपी इंटरप्राईजित के मालिक संतोष नामक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। सफीदों पुलिस को दी शिकायत में कंपनी के निदेशक जगबीर ढुल ने कहा कि स्काईलार्क फीइस प्राईवेट लिमिटेड देश की प्रतिष्ठित पोल्ट्री उत्पाद निर्माता कंपनी है और पिछले 40 वर्षों से सफलतापूर्वक संपूर्ण भारतवर्ष में सेवाएं दे रही है। स्काईलार्क को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व पश्चिम बंगाल के कई जिलों में पोल्ट्री फीड सप्लाई करना था। इस कारण कंपनी के कर्मचारी नकुल ने जस्ट डॉयल के माध्यम से बीएसपी इंटरप्राईजित के मालिक संतोष निवासी महाराष्ट्र से मोबाईल पर संपर्क किया। फोन पर भाडा सफीदों से 3700 रूपए प्रति टन व चौमुहां (उत्तर प्रदेश) से 3400 रूपए प्रति टन तय हुआ। कुल भाड़ा का 80 प्रतिशत एडवांस और डिलीवरी होने के बाद शेष 20 प्रतिशत देना था। इस रेट पर कुल 15 गाडिय़ों को भाड़े पर बुक किया गया।
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नकुल ने स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. की जीएसटी सहित अन्य जानकारी व अपने सह कर्मचारी पारुल का आईकार्ड संतोष को व्हाट्सअप कर दिया। ट्रांसपोर्ट के मालिक संतोष ने स्काईलार्क कंपनी का कर्मचारी पारूल बनकर पानीपत, करनाल, भिवाड़ी और मथुरा के ट्रान्सपोर्टरी से संपर्क किया और उनके साथ स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. का जीएसटी नंबर सांझा किया। स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. की प्रतिष्ठा और पिछले अच्छे अनुभव को देखते हुए सभी ट्रान्सपोर्टर्स ने अपनी गाडिय़ां स्काईलार्क फीड प्लांट, धर्मगढ़ बोहली रोड सफीदों जिला जींद, हरियाणा व चौमुहां (उत्तर प्रदेश) में भेज दी। उधर, संतोष ने नकुल को फोन कर बताया कि गाडिय़ां लोड होने पहुंच गई है, उनकी एडवांस पेमेंट करवा दे। स्काईलार्क फीडस प्रा. लि. ने 2 अगस्त को बताए गए खाते में 391270 रूपए और 3 अगस्त को उसी अकाउन्ट में 272850 रूपए जमा करवा दिए। स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. दो दिनों में कुल 664120 रूपए दे चुका था। बीएसपी इंटरप्राईजेज ने गाडिय़ां भेजने वाले किसी भी ट्रांसपोर्टर को कोई रकम नहीं दी। इस बीच 15 में से 12 गाडिय़ां स्काईलार्क फीइस प्रा. लि. सफीदों जिला जींद व एक गाड़ी चौमुहां (उत्तर प्रदेश) से लोड होकर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई । इनमे से दो गाडिय़ां अपने गंतव्य हैदराबाद में पहुंच गई लेकिन ड्राईवर ने गाड़ी अनलोड करने से इनकार कर दिया। शेष 11 गाडिय़ां अभी भी रास्ते में ही थी और दो गाडिय़ां लोड होकर फीड प्लांट सफीदों में ही खड़ी थी। डिस्पैच हुई सभी 13 गाडिय़ों में स्काईलार्क फीडस प्रा. लि. का एक करोड़ नब्बे लाख नब्बे हजार छह सौ पचास रुपये का सामान लोड है। 3 और 4 अगस्त को संतोष ने नकुल और उसके सहकर्मी पारूल व ललित को कई फोन किए और कहा कि अगर 15 गाडिय़ों की पूरी पेमेंट नहीं की जाएगी तो स्काईलार्क का माल किसी भी गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंचेगा। 4 अगस्त को नकुल के पास सभी 15 गाडिय़ों के ट्रांसपोर्टर्स व ड्राईवर्स के फोन आने लगे। कुछ ट्रांसपोर्टर्स 4 अगस्त को स्काईलार्क मुख्यालय सफीदों में भी आए। उसके बाद सारे मामले की पोल पट्टी खुल गई। जब कंपनी के कर्मचारियों ने संतोष के पास फोन मिलाए तो उसने फोन उठाने बंद कर दिए। बीएसपी इंटरप्राईजेज ने न सिर्फ स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. के जीएसटी व अन्य संसाधनों का जानबूझकर दुरूपयोग किया बल्कि इरादतन 1,90,90,650 रूपए (एक करोड नब्बे लाख नब्बे हजार छह सौ पचास रूपए ) के सामान की लूट भी की है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने संतोष नामक व्यक्ति के खिलाप भारतीय दंड संहिता की धारा 406 व 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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