सत्यखबर,हरियाणा
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली में केन्द्र की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस दौरान हरियाणा में मंत्रिमण्डल के विस्तार को लेकर तथा किसान आंदोलन सहित कई अन्य मुद्दों पर बातचीत हुई। बता दें कि हरियाणा में जजपा के सहयोग से भाजपा सरकार चला रही है। समर्थन देने के बाद ही दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का उप मुख्यमंत्री तथा कुछ अन्य विधायकों को लाभ के पद दिए गए थे। वहीं किसान आंदोलन के दौरान सरकार गिरने के खतरे के दौरान सरकार को मजबूत बनाने वाले जजपा विधायकों को पुरस्कार के रूप में कुछ देने के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चाहते हैं कि उनकी पार्टी के कोटे का एक मंत्री जल्द से जल्द मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए।
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अपने इसी प्रयास को सिरे चढ़ाने की मंशा से दुष्यंत चौटाला आज दिल्ली पहुंचे थे। दरअसल हरियाणा मंत्रिमंडल में दो मंत्री शामिल किए जाने हैं। एक मंत्री भाजपा और दूसरा मंत्री जजपा के कोटे से शामिल होना है। जजपा ने पिछले काफ समय से भाजपा पर अपने कोटे का मंत्री बनाने का दबाव बना रखा है। पिछले दिनों कांग्रेस द्वारा भाजपा-जजपा गठबंधन के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से पहले भी यह मुद्दा उठा था। उस समय दुष्यंत चौटाला को अपनी पार्टी के सभी 10 विधायकों को डिनर पर इक_ा करने में काफ मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन इसमें वह कामयाब रहे। मुख्यमंत्री की दुष्यंत के घर सभी जजपा विधायकों से मुलाकात हुई। कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव भी सदन में गिर गया, लेकिन इसके बावजूद जजपा के तीन-चार विधायकों के ऊंचे सुर नीचे नहीं हो पाए। जजपा नेताओं को अब लगता है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी पार्टी में विद्रोह का कारण बन सकती है। इसलिए किसी भी तरह के विरोध से बचने के लिए दुष्यंत चाहते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द से जल्द हो। हाल ही में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का पुनर्गठन हुआ है। आयोग में कुछ सदस्य दुष्यंत चौटाला की पसंद के बने हैं लेकिन उम्मीद कुछ ज्यादा की थी। इसी तरह कई बोर्ड एवं निगम अभी खाली पड़े हैं। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चाहतें हैं कि इन पर उनके विधायकों की ताजपोशी कर दी जाए। हालांकि इसी तरह कुछ निर्दलीय विधायक भले ही बाहरी तौर पर सरकार के साथ होने का दम भर रहे हैं लेकिन कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिराने का ईनाम किसी बड़े रूप में चाहते हैं।
लिहाजा दुष्यंत की दिल्ली दौड़ को हलके में नहीं लिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार दुष्यंत चौटाला की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से न केवल मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर बातचीत हुई है बल्कि सरकार के गले की फांस बन चुके तथा उनके हर कार्यक्रम के लिए बाधा बने किसान आंदोलन को समाप्त कराने पर भी विस्तार से चर्चा हुई है। आप को बता दें कि इससे पूर्व भी दुष्यंत चौटाला केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर चुके हैं पर मंत्री मंडल विस्तार की बात सिरे नहीं चढ़ पाई थी। अब जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि हरियाणा में शीघ्र ही मंत्री मंडल में विस्तार हो सकता है क्योंकि भाजपा भी अब देर नहीं करना चाहती।
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