सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान):-
जैसे-जैसे गेहूं का सीजन समाप्ति की ओर जा रहा है, वहीं खेतों मेें खड़े फाने जलने से लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। क्षेत्र में आए दिन किसानों को अपनी जान जोखिम में डालकर आग बुझानी पड़ रही है, लेकिन फिर भी किसानों के हाथ खाली रह जाते हैं। जानकारी के अनुसार ढ़ाकल रोड़ रजवाहे पुल के पास एकाएक हाइटेंशन तारों की चिंगारी ने कई एकड़ के फानों को अपनी चपेट में ले लिया और देखते-ही देखते चौपड़ा पत्ती व गांव ढ़ाकल निवासियों के लगभग 50 एकड़ के फाने जलकर राख हो गए। किसान चरणजीत मिर्धा, राममेहर, राजबीर, धर्मवीर, हरिराम, दिप्पी चौपड़ा, प्रकाशा आदि ने बताया कि वो अपने खेतों में फानों को एकत्रित कर तूड़ी के लिए तैयार कर रहे थे, तो अचानक ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन तारों की चिंगारी उठी और नीचे पड़े फानों में आग लग गई। लोगों ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर आदि के माध्यम से आग को बुझाना चाहा, लेकिन हवा के तेज झोंंको के साथ आग बढ़ती ही चली गई और लोगों के काबू से बाहर हो गई। जिसके कारण आसपास की रिहायशी कालोनी धर्म सिंह कालोनी में भी आग पहुंचने की नौबत आ गई थी, लेकिन नगर परिषद और मार्किट कमेटी की फायर-ब्रिगेड की गाडिय़ों ने मौके पर पहुंचकर लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और लोगों ने राहत की सांस ली।
खेतों में बने कमरे व इंजनों में लगी आग
फानों मेें आग लगने से खेतों में बने दो कमरे व टयूबवैल के लिए लगे इंजर भी आग की चपेट में आ गए। जिसके कारण लोगों को भय सताने लगा कि कहीं डीजल के कारण इनमेें धमाका न हो जाए। इसके अतिरिक्त खेतों मेें इक_ी की गई तूड़ी मेें भी आग लग गई, जिससे किसानों की करी मेहनत पर पानी फिर गया और किसान अपनी किस्मत को कोसते नजर आए।
Scrap aluminum processing Scrap aluminum repurposing Scrap metal repurposing solutions