जींद, महाबीर मित्तल
उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा है कि कोरोना अलग-अलग रूपों में सामने आ रहा है, इसलिए लोग बे-परवाह न बने, क्योंकि लापरवाही का सीधा सा अर्थ अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है। कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। उन्होंने बताया प्रत्येक नागरिक को कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने के साथ-साथ इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए हर दिन 45 से 6० मिनट की फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर करें। शरीर में विटामिन की कमी न हो इसके लिए रोजाना हरी सब्जियां और मौसमी ताजे फल जरूर खाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को रोजाना 35 से 4० मिनट धूप का सेवन भी करना चाहिए। उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि कोरोना से बचाव की वैक्सीन लेने से शरीर के अंदर एंटीबॉडी का निर्माण होता है। यह नाक या मुंह के पास कोई छलनी या फिल्टर तैयार नहीं करता कि कोई वायरस या बैक्टीरिया अंदर जा ही न सके। कोरोना से बचाव की वैक्सीनेशन इंफेक्शन से होने वाले लक्षण को गंभीर होने से जरूर रोकता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को कोविड रोधी टीका अवश्य लगवाना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि आवश्यक सावधानियों को अपनाकर स्वयं और आसपास के लोगों को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके साथ ही प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले परामर्श की भी अनुपालना करनी होगी। प्रत्येक नागरिक का यह नैतिक दायित्व है कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं। दूसरों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अवश्य लगाएं। खासतौर पर इमारत के भीतर या जब शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो तो मास्क की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। बंद स्थानों की बजाय खुली व हवादार जगह चुनें। कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए 8 जनवरी तक जिला के 14 लाख 5० हजार 658 से अधिक लोगों को लगे कोरोना रोधी टीके लगाए जा चुके है और वैक्सीनेशन का कार्य निरंतर जारी है। उपायुक्त नरेश नरवाल ने 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों से अपील की है कि वे शत प्रतिशत वैक्सीनेशन करवाना सुनिश्चित करें और जिला प्रशासन का इस कार्य में पूरा सहयोग दें ताकि कोई भी बच्चा बिना वैक्सीनेशन के न रहे और बढ़ते नए वेरिएंट ओमिक्रॉम पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि वैक्सीन पुरी तरह से सुरक्षित है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
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